नई दिल्ली भारतीय रेल सेवा के वरिष्ठ अधिकारी और अजमेर के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) श्री नरेश सलेचा को रेलवे बोर्ड, नई दिल्ली में नई नियुक्ति दी गयी है। नई जिम्मेदारी के तहत सलेचा को HAG (हायर एडमिनिष्ट्रेटिव ग्रेड) के पद पर पदोन्नति दी गयी है जो भारत सरकार में अतिरिक्त सचिव स्तर का पद है। सलेचा का अजमेर का कार्यकाल बहुत अच्छा रहा है। तकरीबन थोडे समय के कार्यकाल में सलेचा ने अजमेर मंडल के प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं में इजाफा किया गया। अजमेर, उदयपुर, भीलवाड़ा, फतहनगर आदि स्टेशनों की कायाकल्प का भी श्रेय सलेचा को ही जाता है। सलेचा ने अपने प्रयासों से अजमेर और उदयुपर रेलवे स्टेशन पर सालों से लम्बित पडे कामों को अपने स्तर फंड जुटाकर पर पूरी किया। इनमें अजमेर रेलवे स्टेशन पर नए प्रवेश द्वार, नवीन पार्किंग, आधुनिक तकनीक से सुसज्जित कम्यट्रीकृत आरक्षण केन्द्र के अलावा कई सारी सुविआएं बहाल करना शामिल है। जिनके लिए अजमेर सासंद के कोटे के अलावा ,स्थानीय विधायक कोटे और नगर निगम से वित्तीय मदद ली गयी।
इसी तरह से सलेचा ने उदयपुर रेलवे स्टेशन को भी साफ सुथरा बनाने के लिए सराहनीय प्रयास किए जिसके कारण स्टेशन पर नवीन प्रवेश द्वार, वातानुकूलित हॉल, शौचालय, ठंडे जल की 24 घंटे सुविधा जैसे कार्य हुए । इसके अलावा सलेचा ने पर्यावरण संरक्षण का ध्यान रखते हुए उदयपुर रेलवे स्टेशन को पूरी तरह से सौर ऊर्जा से संचालित किया है जो एक बडी उपलब्धी के तौर पर देखा जा रहा है। सलेचा की कार्य प्रणाली से खुद रेल मंत्री शुरेश प्रभु भी खासा प्रभावित हुए है और इसी के चलते उनको रेलवे बोर्ड में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गयी है।
सलेचा ने मात्र सवा दो वर्ष के अपने कार्यकाल में अजमेर में करोड़ों रुपए के कार्य करवाये जिनमें न केवल पूरी पारदर्शिता रखी गयी बल्कि आगामी 40 वर्षो के बाद की स्थिति को ध्यान में रखकर योजनाओं की क्रियान्विति भी की गयी। सलेचा की कार्य प्रणाली और सक्रियता से आज वो केन्द्रीय रेलमंत्री सुरेश प्रभु के भरोसेमंद अधिकारी बन गए है इसलिए भविष्य में नई जिम्मेदरियों के तहत रेलवे के कायाकल्प के अलावा रेल यात्रियों को कम खर्चे में आरामदायक और सुरक्षित सफर दिलाने जैसी कई चुनौतियों को सफलतापूर्वक निपटाने की चुनौतियां भी उनके सामने होगी।