देवीसिंह बडगूजर जोधपुर। फिल्म अभिनेता सलमान खान के खिलाफ चल रहे कांकाणी हरिण शिकार प्रकरण में सोमवार को एक अहम गवाह ने स्वयं को गवाही से मुक्त करने की गुहार लगाई है। अपने खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए इस गवाह ने अपने पक्ष में कुछ चिकित्सकों के प्रमाण पत्र भी प्रस्तुत किए है। न्यायालय ने इन प्रमाण पत्रों की सत्यता की जांच करने का आदेश दिया है। मामले की अगली सुनवाई अब 27 जुलाई को होगी।
सलमान खान के खिलाफ सत्रह वर्ष से चल रहे कांकाणी शिकार प्रकरण की सुनवाई मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट(जोधपुर ग्रामीण) की अदालत में चल रही है। सोमवार को इस प्रकरण में पूर्व वन अधिकारी ललित बोडा और गवाह छोगाराम विश्नोई के बयान होने थे। आज की सुनवाई में बोडा उपस्थित नहीं हुए। वहीं छोगाराम की तरफ से उनका पुत्र उपस्थित हुआ। उसने अपने पिता की तरफ से शपथ पत्र देकर कहा कि शारीरिक स्वास्थ्य ठीक नहीं होने के कारण वे गवाही देने में असमर्थ है। छोगाराम ने न्यायालय से अपील की है कि स्वास्थ्य ठीक नहीं रहने के कारण उसे इस मामले में गवाही देने से मुक्त किया जाए। छोगाराम की तरफ से उसके पुत्र ने चिकित्सकों के प्रमाण पत्र पेश किए। जिसमें कहा गया कि छोगाराम न्यायालय में उपस्थित होने की स्थिति में नहीं है। इस पर मजिस्ट्रेट शिवानी भटनागर जौहरी ने राज्य सरकार से इन चिकित्सकीय प्रमाण पत्रों की सत्यता की जांच करने का आदेश दिया। अब मामले की अगली सुनवाई 27 जुलाई को होगी।
यह है मामलाः सलमान खान पर अपनी फिल्म हम साथ-साथ है कि वर्ष 1998 में जोधपुर में शूटिंग के दौरान शहर की सरहद से सटे कांकाणी गांव में दो हरिणों का शिकार करने का आरोप है। इस मामले की सुनवाई सत्रह वर्ष से चल रही है। इस फिल्म की शूटिंग के दौरान सलमान पर तीन अलग-अलग स्थानों पर हरिण शिकार के आरोप लगे थे। इनमें से दो मामलों में सलमान को दोषी करार देकर सजा सुनाई जा चुकी है। वहीं उन पर शिकार के दौरान अवधि पार लाइसेंस के हथियार काम में लेने का एक और मामला चल रहा है।