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जहां विचार शुद्ध,वही भक्ति

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18 Jul 17
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जहां विचार शुद्ध,वही भक्ति उदयपुर जो भक्त हर समय प्रभु का नाम स्मरण करते हैं,उन्हें न किसी बात की चिंता होती है और न किसी तरह का भय । वे सदैव निडर रहते है। यह बात सोमवार को नारायण सेवा संस्थान की ओर से दिव्यांगों की निःशुल्क चिकित्सा के लिए विजयपुर (कर्नाटक) में आयोजित संगीतमय श्रीमद भागवत कथा के दौरान राधा स्वरुपा कथा वाचिका जया किषोरी जी ने कही। उन्होंने कहा कि मनुश्य केवल धन के पीछे भाग रहा है, दान ,दया, धर्म की भावना उसमें लुप्त होती जा रही है। उन्होंने कहा जहां विचार षुद्ध होते हैं वही भक्ति होती है। कथा के दौरान भक्ति गीत ’’बताओ कहां मिलेंगे श्याम‘‘ पर भक्त भाव विभोर होकर भक्ति में झूमने लगे। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण संस्कार चैनल पर किया गया। संचालन कुंज बिहारी मिश्रा ने किया ।


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