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बिना गुरू के ज्ञान नहीं: आचार्यश्री सुनीलसागरजी

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09 Dec 17
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बिना गुरू के ज्ञान नहीं: आचार्यश्री सुनीलसागरजी उदयपुर। अशोक नगर स्थित श्री शांतिनाथ दिगम्बर जैन मन्दिर में बिराजित आचार्यश्री सुनीलसागरजी महाराज ने प्रात:कालीन धर्मसभा में कहा कि बिना गुरू के कभी ज्ञान नहीं मिलता है। गुरू से बढ़ कर कुछ नहीं, क्या पैसा क्या नाम, गुरू चरणों को छू लिया तो हो गये चारों धाम। गुरू के सानिध्य में शिष्य कहां से कहां पहुंच जाता है। जीवन में गुरू हो तो जीवन में मंगल ही मंगल हो जाता है। जीवन में गुरू से बड़ा कोई नहीं होता है। आचार्यश्री सन्मतिसागरजी ऐसे ही महान तपस्वी सम्राट गुरू थे। आलोचन करने वालों काम है आलोचना और निन्दा करना। वो अपना जीवन इसमें ही बर्बाद कर देते हैं, ना तो वो कोई धर्म लाभ ले पाते हैं और ना ही कोई ज्ञानार्जन भी कर पाते हैं।
आचार्यश्री ने कहा कि बुद्धिमानों और ज्ञानीजनों को भाज्य से ज्यादा अपने पुरूषार्थ पर होता है। क्योंकि पुरूषार्थ करेंगे तो भाज्य अपने आप बदल जाएगा। अगर आप कमरे में हैं और दरवाजा बन्द है। अब भाज्य के भरोसे बैठे रहोगे तो क्या दरवाजा खुल जाएगा। अब भाज्यवादी लोग तो इसमें भी अपनी बात को सही साबित करने के लिए ऐसा भी कह सकते हैं- किसी ने आकर दरवाजा खोल दिया और उनके पीछे- पीछे वो भी बाहर निकल गये। यह सब भाज्य का ही तो परिणाम था कि कोई आकर दरवाजा खोलेगा और मैं बाहर निकल जाऊंगा। ऐसा कभी नहीं होता है। भाज्य अपनी जगह है और पुरूषार्थ अपनी जगह। जो पुरूषार्थवादी होते हैं वो अपने पुरूषार्थ से जो उनके भाज्य में नहीं होता है वो भी हासिल करने क्षमता रखते हैं।
आचार्यश्री ने कहा कि आपकी मन:स्थित ही आपकी शक्ति है। किसी भी काम को करने के लिए आपने अपना पक्का मन बना लिया है तो वो काम आका होकर रहेगा सिर्फ आपको पुरूषार्थ करना है मेहनत करनी है। अगर आपका मनोबल कमजोर होगा, मन:स्थिति कमजोर होगी या आपका मन वो काम करने का नहीं होगा और आप बेमन से उस काम को करने जाओगे तो जो काम आसानी से आप कर पा रहे थे वो काम आप कड़ुी मेहनत के बाद भी नहीं कर पाओगे क्योंकि आपका मनोबल मजबूत नहीं था, आपका मन उसे करने को तैयार नहीं था,बेमन से उस काम में जुटे थे। उस काम के लिए किया गया पुरूषार्थ भी आपका निष्फल हो जाएगा।
आज फतहसागर स्थित टाया पैलेस में होंगे प्रवचन: महामंत्री सुरेश पदमावत ने बताया कि शनिवार 9 दिसम्बर को प्रात: 8.30 बजे फतहसागर की पाल पर स्थित टाया पैलेस में आचार्यश्री सुनीलसागरजी महाराज के प्रवचन होंगे। प्रवचन से पूर्व आचार्यश्री ससंघ अशोक नगर से फतहसागर स्थित टाया पैलेस में पहुंचेंगे। प्रवचन के पश्चात प्रभावना वितरण का कार्यक्रम होगा।
अध्यक्ष रोशन चित्तौड़ा ने बताया कि धर्मसभा में अल्पसंख्यक मामलात के अधिकारी सुरेन्द्र कुूमार जैन का सकल दिगम्बर जैन समाज की ओर से स्वागत किया गया।
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