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दिखाई मोक्ष की सुगम राह

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22 Jan 17
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दिखाई  मोक्ष की सुगम राह परम संत शाह सतनाम सिंह जी महाराज ने दिखाई मोक्ष की सुगम राह
अकारण ही कष्ट सहते शरीरों को देख, आडंबरों-पाखंडों में फंसी, काल के जाल में उलझी रूहों को मोक्ष की राह दिखाने के लिए 25 जनवरी 1919 को परम संत शाह सतनाम सिंह जी महाराज ने जन्म लिया। परम संत शाह सतनाम सिंह जी महाराज अध्यात्म के वो पुरोधा थे, जिन्होंने सरल और स्पष्ट वाणी में लोगों को सच की राह दिखाई, बुरी सोहब्बत से दूर किया, परमार्थ करने की सीख दी, कर्म का पाठ पढाया, मरती इंसानियत को जीवित किया, सरल और सुगम तरीके से प्रभु को पाने का साधन दिया। डेरा सच्चा सौदा, सिरसा (हरियाणा) के दूसरे गद्दीनशीन परम संत शाह सतनाम सिंह जी महाराज का जन्म पश्चिम हरियाणा में कभी अविरल बहती सरस्वती नदी के किनारे बसे शहर सिरसा के अंतर्गत आते गांव श्री जलालआणा साहिब में हुआ। आप जी के पूजनीय पिता का नाम वरियाम सिंह और माता जी का नाम आस कौर था। आप जी के पूज्य पिता जी एक बडे जमींदार और गांव के जैलदार थे। आप जी के पूज्य माता-पिता जी के घर सब दुनियावी-पदार्थ थे, पर संतान प्राप्ति की कामना उन्हें अक्सर सताए रखती। वे साधु-संतों की सेवा और प्रभु-भक्ति में विश्वास रखते थे। एक बार एक मस्त फकीर ने पूज्य माता जी की सेवा से खुश होकर कहा ‘माता जी! आपकी सेवा परमात्मा को मंजूर हो गई है। आपकी कामना ईश्वर अवश्य पूरी करेगा। आफ घर कोई महापुरुष जन्म लगा।’ और 18 वर्ष बाद ईश्वर ने अपना रूप पूज्य पिता सरदार वरियाम सिंह के घर सरदार हरबंस सिंह के रूप में भेजा। सिरसा से 4॰ किलोमीटर दूर इस छोटे से गांव में आप जी ने आरम्भ मं अपनी बाल लीलाओं से संस्कारी रूहों का उद्धार किया। जब आप जी मात्र 5 वर्ष के थे, आप जी के पूजनीय पिताजी सचखंड जा विराजे। आप जी का लालन-पालन पूजनीय माता आस कौर और आप जी के मामा वीर सिंह ने किया। 41 वर्ष की निश्चित अवधि के बाद जिस मंतव्य को लेकर आप जी ने दुनिया में अवतार धारण किया था उसकी पूर्ति के लिए दुनिया के सामने आए।
डेरा सच्चा सौदा के संस्थापक बेपरवाह मस्त फकीर शाह मस्ताना जी महाराज ने जाहिर किया रूहानियत के पुरोधा, सहनशीलता के समुंदर, दयालता के भंडार और नूर के पुंज शाह सतनाम सिंह जी महाराज को। बेपरवाह शाह मस्ताना जी महाराज ने डेरा सच्चा सौदा की समूची जिम्मेवारी आपजी को सौंपते हुए अपना उत्तराधिकारी बना लिया। बेपरवाह शाह मस्ताना जी महाराज ने आप जी को उत्तराधिकारी घोषित करने से पहले आप जी की कठिन परीक्षा ली। परम संत शाह सतनाम सिंह जी महाराज, बेपरवाह शाह मस्ताना जी महाराज की सख्त परीक्षाओं में सफल रहे बेपरवाह जी ने 18 दिन श्री जलालआणा साहिब में आप जी की परीक्षा ली। बेपरवाह मस्ताना जी ने एक दिन आप जी को हुक्म फरमाया कि घर-बार गिराकर आश्रम में आ जाएं। आप जी ने हुक्म को मानते हुए वही किया। और अंत में बेपरवाह जी ने आप जी को दोनों जहान की खुशियां और खजाना प्रत्यक्ष रूप से बख्शा। 28 फरवरी 196॰ के ऐतिहासिक दिन सिरसा शहर में परम संत शाह सतनाम जी को फूलमालाओं और नोटों के हार पहनाकर जुलूस निकाला गया। और वचन फरमाए ‘यहां कोई ना रहे, सभी जुलूस में जाए, ‘मौज’ सरसा शहर में जा रही है।’ इस प्रकार बेपरवाह जी ने परम संत जी को सरदार हरबंस सिंह से शाह सतनाम सिंह जी महाराज बनाकर दोनों जहान की दौलत दे दी। आप जी को अपना उत्तराधिकारी बनाकर बेपरवाह जी 18 अपै*ल 196॰ को ज्योति ज्योत में समा गए। इसके बाद डेरा सच्चा सौदा की दूसरी पातशाही के रूप में आप जी ने असंख्य लोगों को राम-नाम की सुगम राह दिखाई, लोगों को बुराइयों से दूर किया, पाखंडों को मिटाया, जाति-पाति के बंधनों को ढीला किया और इंसानियत का पाठ पढाते हुए एक ईश्वर, परमात्मा का संदेश दिया। दूर-दूर तक सत्संगों के माध्यम से लोगों को सच की राह से जोडा। आप जी ने हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, दिल्ली आदि राज्यों में लोगों को नाम का साधन दिया।
आप जी साधारण और सरल वाणी में लोगों को सच बताते और उन्हें मोक्ष की सुगम राह दिखाते। आप जी ने गांव-गांव, शहर-शहर जाकर लोगों को ईश्वर का संदेश दिया। परम संत शाह सतनाम सिंह जी 3॰ वर्ष तक बिना रूके, बिना ठहरे लगातार लोगों को सत्य का ज्ञान करवाते रहे। आप जी ने 23 सितम्बर 199॰ को हजूर महाराज संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सा (मौजूदा गद्दीनशीन) को अपना उत्तराधिकारी बनाया। आप जी 15 महीनों तक हजूर महाराज संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी के साथ रहे और रूहानियत के अनोखे रूप को प्रदर्शित किया। आप जी ने सभी जिम्मेदारियां, दायित्वों को हजूर महाराज संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी के युवा रूप में जाहिर कर, 13 दिसम्बर 1991 के दिन उस दैहिक शरीर को छुपा लिया। अडोल श्रद्धालुओं की संख्या आप जी की दी गई पावन शिक्षाओं पर आज सहर्ष चल रही है। वर्तमान में हजूर महाराज संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के सफल नेतृत्व में डेरा सच्चा सौदा अध्यात्म के साथ-साथ समाज सेवा में भी अग्रणी है और हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी परम संत शाह सतनाम सिंह जी का जन्मदिन 25 जनवरी 2॰17 (दिन बुधवार) को तथा 26 जनवरी 2॰17 (दिन वीरवार) को मौजूदा गद्दीनशीन संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की अगुवाई में डेरा सच्चा सौदा, सिरसा में धूमधाम से मनाया जा रहा है।


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