नई दिल्ली के बाबा खड़ग सिंह मार्ग पर स्थित स्टेट इम्पोरियम कॉम्पलेक्स में 11 से 26 फरवरी तक आयोजित किए जा रहे 15 दिवसीय देशभर के व्यंजनों व हस्तकला का संगम हुनर हाट में राजस्थान छाया हुआ है। हाट में राजस्थान के हस्तशिल्प और हथकरघा के बेजोड़ नमूने राजस्थान के मकराना संगमरमर के उत्पाद, सीकर जिले से बंधेज और राजस्थान के मोजरी, दिल्लीवासियों को आकर्षित कर रहे हैं।
हुनर हाट में राजस्थान के विभिन्न व्यंजन विशेषकर दाल-बाटी-चूरमा, प्याज की कचौरी एवं खाने की थाली अन्य पकवानों पर भारी पड़ रहे हैं।
हुनर हाट का आयोजन अल्पसंख्यक मामले मंत्रालय की उस्ताद (विकास के लिए कौशलों का उन्नयन एवं पारंपरिक कलाओं और शिल्पों में प्रशिक्षण) योजना के तहत् राष्ट्रीय अल्पसंख्यक विकास एवं वित्त निगम (एनएमडीएफसी) के माध्यम से किया गया है।
उल्लेखनीय है कि हुनर हाट का मकसद देश भर के अल्पसंख्यक कारीगरों और शिल्पकारों के हुनर को हौसला देने और उन्हें राष्ट्रीय अंतराष्ट्रीय बाजार उपलब्ध कराना है। इसमें लगभग 24 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के 100 कारीगर और शिल्पकार तथा 30 बावर्ची अपने हुनर को लोगों के सामने पेश करेंगे।
हुनर हाट का शुभारंभ 11 फरवरी को केन्द्रीय अल्पसंख्यक मामले मंत्राी (स्वतंत्रा प्रभार) श्री मुख्तार अब्बास नकवी ने किया। केन्द्रीय मंत्राी श्री नकवी ने बताया कि यह हुनर हाट में देश के विभिन्न हिस्सांे से लाए शिल्पों एवं पारंपरिक कुजिनों को प्रदर्शित कर रहे है।
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