उदयपुर । हनुमान चालीसा शक्ति पूंज है, राम कृष्ण आदि सारे नाम भी शक्ति पूंज है। राम नाम का प्रभाव होता है, कृष्ण नाम का प्रभाव होता है। इसलिए कहा गया है कि भगवान का नाम लेने मात्र से ही सारे कष्ट दूर हो जाते है। यह प्रवचन पं. स्कन्द कुमार पंड्या ने हिरण मगरी सेक्टर 3 के शिव मंदिर मे चल रही भागवत कथा के छठें दिन भक्तों को नाम की महिमा बताते हुए कहे। उन्होने कहा कि पूर्व की हमारी संस्कृति ऐसी थी की बच्चों के नाम भगवान के नाम अनुसार मनोहर दास, श्याम सुन्दर, मोहन आदि रखे जाते थे फिर काल बदला और नाम गुणों के आधार पर सुशील, अनिल, सुनील आदि रखे जाने लगे, लेकिन वर्तमान मे यूनिक नाम रखने की होड़ मे अर्थहीन नाम रखे जा रहे है।
प्रवक्ता अभिषेक जोशी ने बताया कि शाम को श्री जगत शरोमणि मंदिर मे कथा के दौरान पं. स्कन्द कुमार पंड्या ने नरसिंह प्राकट्य का वर्णन करते हुए कहा कि ईश्वर सर्वत्र और कण-कण मे व्याप्त है। सूर्य और चन्द्रमा को ईश्वर के नैत्र बताते हुए उन्होने कहा कि ईश्वर को हमारे मन मे चल रही हर बात ज्ञात होती है। इस जन्म ही नही बल्कि अनेको जन्मो का लोखा-जोखा ज्ञात रहता है। लेकिन फिर भी ईश्वर इतने कृपालू है कि हमारे बूरे कर्माे को माफ करते हुए वो हमे सुखद जीवन प्रदान करते है।
भक्त प्रहलाद और नृसिंह अवतार प्रसंग हुआ जीवंत
कथा के दौरान पं. स्कन्द कुमा पंड्या ने भक्त प्रहलाद की भगवान के लिए अटूट भक्ति, हिरणकश्यपू द्वारा प्रहलाद को मारने के लिए अलग-अलग युक्तियां लगाना, भगवान विष्णु द्वारा नृसिंह अवतार लेकर हिरणकश्यपु का वध करना आदि प्रसंगो को बेहद सुन्दर वर्णन किया, जिसे सुनकर भक्त भाव-विभोर हो उठे। प्रसंग को जीवंत करते हुए जैसे ही नृसिंह अवतार रूपी भक्त का पांडाल मे प्रवेश हुआ और हिरणकश्यपू का वध किया गया वैसे ही पूरा धर्म पांडाल हरि- हरि के जयकारो से गुंज उठा। भक्तों ने नृसिंह अवतार मे भगवान विष्णु का हाथ जोडकर स्वागत किया और दर्शन किये।
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