नव संवत्सर विरोधकृत संवत २०७५ का होगा भव्य स्वागत
सामाजिक समरसता का संदेश देगी हाथीपोल से गणगौर घाट तक निकलने वाली पद यात्रा
पारम्परिक ज्योति कलश यात्रा का होगा जगह-जगह भव्य स्वागत
५० हजार शुभकामना संदेश कार्ड देकर देंगे नव संवत्सर की शुभकामनाएं
जनता को नव सम्वत्सर की शुभकानाएं देने होगी भव्य आतिशबाजी दूधतलाई पर
उदयपुर । अखिल भारतीय नववर्ष समारोह समिति, नगर निगम उदयपुर के तत्वाधान में नव संवत्सर के तीन दिवसीय मुख्य कार्यक्रम एवं सर्व समाज, संगठनों के संयुक्त तत्वाधान में सात दिवसीय आयोजित होने वाले नव सम्वत्सर महोत्सव के कार्यक्रमों की घोषणा आज यहाँ अलका होटल में पत्रकार सम्मेलन में महापौर चन्द्रसिंह कोठारी व नववर्ष समारोह के राष्ट्रीय सचिव डॉ. प्रदीप कुमावत ने की।
महापौर चन्द्रसिंह कोठारी ने कहा कि ३७ वर्ष पूर्व संस्थापक श्यामलाल कुमावत के द्वारा शुरू किया गया नव संवत्सर का आयोजन पूरे देश में स्थापित हो चुका है तथा डॉ. प्रदीप कुमावत के द्वारा पिछले ३० वर्षों से किये जा रहे प्रयासों से अखिल भारतीय स्वरूप दिखने लगा है।
नववर्ष समारोह के राष्ट्रीय सचिव डॉ. प्रदीप कुमावत ने पत्रकार सम्मेलन में जानकारी देते हुये बताया कि देश के करीब ७७ प्रांतीय समन्वयकों तथा २३३ केंद्रों पर छोटे-मोटे स्तर पर कोई न कोई कार्यक्रम हो रहा है। विदेशों में भी जहाँ-जहाँ भारतीय है वहाँ भी नव संवत्सर के आयोजन भव्य रूप से होते है। इन सब का केंद्र बिंदु यदि कोई है तो उदयपुर शहर का नव संवत्सर का आयोजन है।
दिनांक ः १४ मार्च २०१८, बुधवार
धर्म ध्वजारोण, तुलसी पूजन, ध्वजवंदन वितरण
स्थान ः महाकालेश्वर मंदिर समय सायं ६ बजे
नव संवत्सर न सिर्फ हिंदू के आस्थाओं का पर्व और उत्सव का प्रारंभ काल है वर्णन हमारे स्वास्थ्य की दृष्टि से चैत्र प्रतिपदा का शुभारंभ काली मिर्च, मिश्री और नीम की कोपले से करते है तथा तुलसी के आने पर नए वस्त्र धारण कराते है। इसी संदेश को देने के लिये १४ मार्च को १०१ पौधे तुलसी के वितरित किये जाएंगे तथा तुलसी पूजन किया जायेगा तथा ओम वितरित की जायेगी।
दिनांक ः १५ मार्च २०१८, गुरूवार
स्थान ः सूरजपोल,समय ः सायं ६.३० बजे
भारत माता पूजन तथा भारत माता की महाआरती
संयोजक कमलेन्द्र सिंह पंवार ने बताया कि १५ मार्च को सूरजपोल चौराहें पर सायं ६.३० बजे आयोजित होने वाला भारतमाता पूजन व भारत माता की महाआरती अखिल भारतीय नववर्ष समारोह समिति के साथ बजरंग सेना मिलकर करेंगे। भारत माता की महाआरती सुप्रसिद्ध टेगोर की कृती जो प्रथम भारत माता का चित्र है उसकी महाआरती की जायेगी।
दिनांक ः १६ मार्च २०१८, शुक्रवार
स्थान ः फतहसागर की पाल, समय ः सायं ५ बजे
फतहसागर की पाल पर बिखरेंगे भारतीय परिवेश और संस्कृति के रंग
शास्त्री नृत्यों के संग प्रस्तुतियों के साथ तीन दिवसीय नव संवत्सर महोत्सव की शुरूआत होगी
अपनी पगडी सजाओं प्रतियोगिता का आयोजन
पगडी सजाओं संयोजक विजय सिंह सांखला ने बताया कि नववर्ष समारोह समिति, नगर निगम, आलोक संस्थान, रोटरी कलब ऑफ उदयपुर, भारत विकास परिषद् मिलकर संयुक्त रूप से पगडी सजाओं का आयोजन करेंगे। १२ वर्ष से कम उम्र के सभी बच्चों को जो पगडी पहनकर आएंगे उनको पुरस्कार दिये जाएंगे।
अन्तर्राष्ट्रीय प्रसिद्ध कथक आश्रम की बालिकाओं द्वारा विश्ेाष प्रस्तुतिया डेढ घंटे तक उदयपुर के नागरिकों का मनोरंजन के साथ-साथ संस्कृति की झलक प्रस्तुत करेंगे।
डॉ. प्रदीप कुमावत ने बताया कि इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. प्रवीण तोगडिया होंगे।
दिनंाक ः १७ मार्च २०१८, शनिवार
सामाजिक समरसता और सांस्कृतिक चेतना का संदेश देगी हाथीपोल से जगदीश चौक तक पद यात्रा
हाथीपोल पर होगा त्रिवेणी महासंगम
विदा सम्वत् ः गणगौर घाट सायं ७.३० बजे
ज्योति कलश संस्कृति चेतना यात्रा के संयोजक शशांक टांक ने बताया कि ज्योति कलश संस्कृति चेतना यात्रा तीन स्थानों से एक साथ निकलेगी। मुख्य यात्रा पारंपरिक नाथद्वारा धाम से जो ३५ वर्षों से अनवरत जारी है वहाँ से प्रारंभ होगी जबकि दूसरी बैजनाथ महादेव से तथा तीसरी यात्रा बोहरा गणेश जी से प्रारंभ होगी। सायं ६.४५ पर तीनों यात्रा हाथीपोल पर पहुँचेगी। हाथीपोल पर सायं ६.४५ तीनों यात्राओं का त्रिवेणी संगम होगा। ज्योति कलश संस्कृति चेतना यात्रा अपने मार्ग में पडने वाले सभी स्थानों के लोगों को जोडते हुये उन्हें नव संवत्सर की शुभकामनाओं के साथ-साथ संस्कृति चेतना और वरूण देव पूजन को बढावा देने तथा लोगों में पंचतत्व के प्रति चेतना जगाने की दृष्टि से पंचामृत अभियान भी इसके साथ चलेगा जिसमें बेटी बचाओं बेटी पढाओं, स्वच्छ भारत, पानी बचाओं, पेड लगाओं जैसे संदेशों को भी इस बार इन यात्राओं से जोडा गया है।
त्रिवेणी महासंगमः हाथीपोल
संयोजक शिवसिंह सोलंकी ने बताया कि तीनों यात्राओं का हाथीपोल पर त्रिवेणी महासंगम होगा। हाथीपोल पर गुलाब की पत्तियों से, बैंड बाजे के साथ भव्य स्वागत किया जायेगा।
सामाजिक समरसता और सांस्कृतिक चेतना यात्रा ः हाथीपोल से जगदीश चौक
संयोजक पुष्कर लौहार व नाहरसिंह ने बताया कि हाथीपोल पर तीनों यात्राओं का महासंगम होगा। महासंगम के बाद सामाजिक समरसता के रूप में हाथीपोल से जगदीश चौक तक गाजे-बाजे के साथ पद यात्रा निकलेगी जो जगदीश चौक पहुँचेगी। जगदीश चौक से सात मंदिरों से लाई ज्योतियों को महिलाओं द्वारा गणगौर घाट ले जाया जायेगा। गणगौर घाट पर इन ज्योतियों से दीप प्रज्जवलित कर पूजन और गंगा आरती का आयोजन होगा।
दिनांक ः १८ मार्च २०१८ रविवार
वन्दन अभिनन्दन,प्रातः ८.०० बजे से ९ बजे तक मंदिरों व मोहल्लों में
९ से ११ बजे तक शहर के विभिन्न चौराहों पर
चैती एकम री सवारी
पाला गणेश जी से दूधतलाई,सायं ६.३० बजे
भव्य आतिशबाजी व स्वागतम् २०७५ ः दूधतलाई सायं ७.०० बजे नगर निगम द्वारा
संयोजक निश्चय कुमावत ने बताया कि १८ मार्च को प्रातःकाल ८ बजे से ९ बजे तक मंदिरों व मोहल्लों में व ९ बजे से ११ बजे तक विभिन्न चौराहों पर आलोक संस्थान के पाँच हजार छात्र-छात्राएँ ध्यानवेश पहनकर सम्पूर्ण उदयपुरवासियों को नव सम्वत्सर की शुभकामनाएं नीम, मिश्री व काली मिर्च खिलाकर नव सम्वत्सर की शुभकामनाएँ देंगे।
साथ ही इस बार ईको फ्रेण्डली हल्दी-चंदन युक्त तिलक लगाकर लोगों को नव सम्वत्सर पर पर्यावरण रक्षा का संदेश भी इस माध्यम से देंगे, वहीं नव सम्वत्सर की शुभकामनाओं के स्वागत द्वार व संदेश पत्रक वितरित किए जाएँगे तथा प्रत्येक परिवारजनों से यह निवेदन किया जाएगा कि इस अवसर पर वे सभी अपने-अपने घरों में पाँच दीपक अवश्य जलाएँ यह संदेश भी इस कार्यक्रम के माध्यम से दिया जाएगा।
भव्य आतिशबाजी व स्वागतम् २०७५ ः दूधतलाई सायं ७.०० बजे नगर निगम द्वारा
महापौर चन्द्रसिंह कोठारी ने बताया कि नगर निगम फतहसागर पर आयोजित पगडी सजाओ और गणगौर घाट पर विदा संवत कार्यक्रम व ज्योति कलश संस्कृति चेतना यात्रा में नववर्ष समारोह समिति को सहयोग करती है तथा नववर्ष समारोह समिति दूधतलाई पर नगर निगम द्वारा आयोजित स्वागतम् कार्यक्रम में सहयोग कर कार्यक्रम का कुशल संचालन में सहयोग करती है तथा प्रचार-प्रसार में सहयोग करती है।
इस तरह तीन दिवसीय मुख्य कार्यक्रम नगर निगम एवं नववर्ष समारेाह समिति मिलकर उदयपुर की जनता के साथ आयोजित करती आ रही है इससे पूर्व विभिन्न संस्थाओं के साथ ७ दिवसीय कार्यक्रम समाज व संगठनों को जोडने की दृष्टि से अलग-अलग संगठनो के साथ मिलकर नववर्ष समारोह समिति करती आ रही है। मूल रूप से यह समाज को जोडने तथा प्रत्येक वर्ग में सामाजिक समरसता की दृष्टि से यह एक बहुत अच्छा आयोजन है।
नगर निगम नव संवत्सर पर पूरे नगर को साफ सुथरा बनाने के साथ-साथ दूध तलाई पर भव्य विद्युत सज्जा तथा कोल्ड फायर आतिशबाजी का आयोजन भी करेगी तथा अच्छी भव्य सजावट भी देखने को मिलेगी। एक अनौपचारिक मेला विक्रमादित्य मेला लगता है सिजमें उदयपुर के बाहर से भी लोग सम्मिलित होते है।
मैं सभी आमजन से भी निवेदन करता हूँ कि अधिक से अधिक नववर्ष की शुभकामनाएं दे तथा दूधतलाई पर होने वाले इस आयोजन में भी सम्मिलित हो तथा नववर्ष समारोह समिति जो पगडी सजाओं प्रतियेागिता करती है उसमें हम सारी मूलभूत आधारभूत आवश्यकता है मंच, लाइ्रट आदि व्यवस्था हमारी ओर से करते है। पुरस्कार वितरण में तथा अन्य संस्थाएं सहयोग करती है। अखिल भारतीय स्तर पर नववर्ष समारोह समिति ने जिस तरह से पूरे देश में समन्वयक बनाकर इसको और प्रभावी किया है डॉ. प्रदीप कुमावत एवं कार्यकर्ता बधाई के पात्र है।
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