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साध्वी ऋतम्भरा के सत्कार में श्रद्धा का ज्वार

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21 Jan 18
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साध्वी ऋतम्भरा के सत्कार में श्रद्धा का ज्वार उदयपुर, भक्ति और शौर्य की धरा मेवाड़ पर रविवार को भक्ति और शौर्य की प्रतिमूर्ति साध्वी ऋतम्भरा का आगमन हुआ। उनकी यहां बीएन विश्वविद्यालय मैदान में सोमवार 22 जनवरी से भागवत कथा शुरू होगी। यह कथा 28 जनवरी तक नित्य दोपहर दो से पांच बजे के बीच होगी।


साध्वी ऋतम्भरा के उदयपुर की धरा पर कदम रखते ही मानो भक्ति और श्रद्धा का ज्वार उमड़ पड़ा। महाराणा प्रताप हवाई अड्डे पर बड़ी संख्या में मौजूद श्रद्धालुओं ने जयकारों से गगन गुंजा दिया। वहां श्रीमद्व भगवात कथा समिति के अध्यक्ष दिनेश भट्ट, संयोजक प्रकाश अग्रवाल, उपाध्यक्ष पारस सिंघवी और नीमच से आई वात्सल्य धाम की टीम ने दीदी मां की अगवानी की। दीदी मां जैसे ही एयरपोर्ट से बाहर आईं, वंदेमात्रम के नारे लगे और आशीर्वाद लेने की होड़ मच गई। राज्य अतिथि के रूप में सम्मानित साध्वी ऋतम्भरा को सत्कार रैली के साथ शहर में उदयापोल स्थित उनके आवास स्थल तक लाया गया। केसरिया पताकाओं से सजे चारपहिया और दुपहिया वाहनों की रैली के साथ जैसे ही साध्वी ऋतम्भरा का वाहन आगे बढ़ा, कदम-कदम पर पलक-पांवड़े बिछाए भक्तों ने जयकारे लगाने शुरू कर दिए। मार्ग में जगह-जगह साध्वी ऋतम्भरा की अगवानी की गई। उनके उदयापोल आवास स्थल पहुंचने पर परम्परागत तरीके से द्वार पर आरती के साथ उनका प्रवेश कराया गया। इस दौरान भी माहौल भक्तिमय हो उठा और लगातार जयकारे गूंजते रहे। सत्कार यात्रा संयोजक जिनेन्द्र शास्त्री ने बताया कि सत्कार रैली में 244 गाड़ियों का काफिला शामिल हुआ। रैली की लम्बाई करीब 3 किलोमीटर हो गई। एयरपोर्ट से उदयापोल तक 100 स्थानों पर स्वागत द्वार लगे तथा जगह-जगह पुष्पवर्षा व आरती से दीदी मां का अभिनंदन किया गया।
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भारत में सभी की एक ही जाति और वह ‘भारतीय’: ऋतम्भरा
-भागवत कथा के लिए उदयपुर आईं साध्वी ऋतम्भरा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वे कथा के माध्यम से यही संदेश देती हैं कि सामाजिक समरसता से ही देश मजबूत होगा। भारत में रहने वाले सभी लोगों की एक ही जाति है और वह है भारतीय। और इसी को मानने से राष्ट्र का हित है और राष्ट्रहित में ही अपना हित छिपा हुआ है। गौरतलब है कि साध्वी ऋतम्भरा की सोमवार से उदयपुर में भागवत कथा शुरू होगी। उनके स्वागत में रविवार को सत्कार यात्रा निकाली गई।
फिल्म पद्मावत के विवाद पर उन्होंने कहा कि मेवाड़ की आन-बान-शान कौन नहीं जानता, जहां राष्ट्र के प्रति समर्पण की बात आती है तो मेवाड़ सर्वोपरि है। मेवाड़ की गौरवशाली परम्परा की मर्यादा बनी रहनी चाहिए। लेकिन, उन्होंने यह भी कहा कि भावनाओं के प्रकटीकरण में राष्ट्र का नुकसान नहीं होना चाहिए, यही एक जिम्मेदार नागरिक का परिचय है। हमारी समृद्ध परम्पराएं यह कहती हैं कि अपमान भी हमारे राष्ट्रप्रेम में बाधा नहीं बन सकता।
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भागवत धाम में आज होगा चतुर्वेणी संगम
-महिला समिति की वीणा अग्रवाल एवं अलका मूंदड़ा ने बताया कि सोमवार को भागवत कथा के पहले दिन अभिजीत मुहूर्त में दोपहर 12.15 बजे चार दिशाओं से कलश यात्राएं निकलेंगी। इस यात्रा के माध्यम से ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ का भी संदेश दिया जाएगा।
1. पहली मां गोदावरी कलश यात्रा बालाजी मंदिर से प्रारंभ होगी जिसमें पुराने शहर सहित सेक्टर 11, 13, 14 तक के एरिया की सभी महिलाएं सम्मिलित होंगी।
2. दूसरी अलकनंदा कलश यात्रा शिव मंदिर (एमबी) जिसमें भूपालपुरा, सुभाष नगर, अशोकनगर, न्यू भूपालपुरा, बडगांव, बेदला, गोगुंदा तक के एरिया की महिलाएं सम्मिलित होंगी।
3. तीसरी गंगोत्री कलश यात्रा धूलकोट चैराहा सत्यम गार्डन से प्रारंभ होगी जिसमें आयड़, सुंदरवास, प्रताप नगर, देबारी से लेकर मावली तक के क्षेत्र की महिलाएं सम्मिलित होंगी।
4. चौथी नर्मदा कलश यात्रा विद्या निकेतन स्कूल सेक्टर 4 से प्रारंभ होगी जिसमें सेक्टर 3, 4, 5 कलड़वास, एकलिंगपुरा से लेकर झामरकोटड़ा तक की महिलाएं सम्मिलित होंगी।
चारों कलश यात्राओं का समागम भागवत धाम भागवत ज्ञान गंगा सागर में चतुर्वेणी संगम के रूप में होगा।
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भागवत धाम व्यवस्था
-कथा स्थल पर भागवत धाम का निर्माण किया गया है जिसमें भक्तजनों के बैठने के लिए पूरे पंडाल को अलग-अलग धाम क्रमशः वात्सल्य धाम, गोकुलधाम, मथुरा धाम में विभक्त किया गया है। पार्किंग की व्यवस्था कॉलेज के अंदर एवं बाहर दोनों ही तरफ रहेगी। अस्थाई शौचालय भी लगाए जाएंगे।
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महाप्रसाद भंडारा
-कार्यक्रम में 6 दिन तक नियमित रूप से प्रसाद का वितरण सभी भक्तों को किया जाएगा। कार्यक्रम के अंतिम दिन महाप्रसाद भंडारा का आयोजन मिराज ग्रुप के मालिक मदन पालीवाल की ओर से किया जाएगा। वात्सल्य ग्राम से आया हुआ साहित्य भी विभिन्न स्थानों पर उपलब्ध रहेगा। बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के भोजन प्रसाद की व्यवस्था की गई है।
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भागवत मनोरथ
-भगवत धाम में भागवत कथा के दौरान प्रतिदिन अलग-अलग भागवत मनोरथ होंगे। इसमें कृष्ण जन्मोत्सव एवं नंदोत्सव भी शामिल है। प्रतिदिन मनोरथ के अनुरूप ही स्टेज की साज-सज्जा रहेगी।
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साध्वी ऋतम्भरा करेंगी प्रबुद्ध नागरिक सम्मेलन को संबोधित
उदयपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ उदयपुर महानगर की ओर से सोमवार शाम को प्रबुद्ध नागरिक सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। यह सम्मेलन शाम 6.15 बजे टाउन हाॅल के सुखाड़िया रंगमंच पर होगा। इस सम्मेलन को वात्सल्य धाम की संस्थापिका साध्वी ऋतम्भरा संबोधित करेंगी। संघ के महानगर संघचालक राजेन्द्रसिंह कोठारी ने बताया कि प्रबुद्ध नागरिक सम्मेलन की अध्यक्षता राजस्थान क्षेत्र के संघचालक डाॅ. भगवतीप्रकाश शर्मा करेंगे।
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रोज होगी भागवत धाम की पूजा
-बीएन विश्वविद्यालय में भागवत धाम का नित्य प्रातः पूजन किया जाएगा। भक्ति और श्रद्धा के केन्द्र में निरंतर सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह के उद्देश्य से यह पूजन किया जाएगा। दरअसल, इसी धाम में ठाकुरजी भी बिराजेंगे और नित्य प्रति मनोरथ भी होंगे। ऐसे में इस स्थल का महत्व किसी तीर्थ से कम नहीं है।
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