उदयपुर उमरडा स्थित एसदृएसदृ कॉलेज आफॅ इंजिनियरिंग के इलेक्ट्रीकल इंजिनियरिंग विभाग व इंस्टीट्युशन अॅाफ इंजिनियर्स (इंडिया) उदयपुर चेप्टर के संयुक्त तत्वाधान म दो दिवसीय अंर्तराष्ट्रीय स्तरीय कार्यशाला का आयोजन दिनांक ११-१२ जनवरी, २०१८ को आरंभ हुआ। विदेशों के विभिन्न प्रान्तों से आये छात्र व प्राध्यापकों व शोधकर्ताओं ने कार्यक्रम में ज्ञानवर्धक प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि इं नजीव खान दोहा, कतर साउदी अरब, इंस्टीट्युशन अॅाफ इंजिनियर्स (इंडिया) उदयपुर चेप्टर के इं एम. के. माथुर व इं वाई. के. बोलिया व एबीइएस इंजिनियरिंग कॉलेज के इं अंकित तायल थे। इं नजीव खान ने शिक्षा के क्षेत्र में अपने अनुभव को छात्रों व प्राध्यापकों के साथ साझा करते हुए बताया कि किस प्रकार लेब व्यु सॉफटवेयर व सिम्युलेशन से तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में रोजगार पाने हेतु कार्य करना चाहिए वर्न तकनीकी व्यवसाय को स्टार्ट कर इंडिया व डिजिटल इंडिया के माध्यम से बडे व्यवसायी के रूप में भी कार्य किया जा सकता है। यह जानकारी संस्थान के डीन डॅा. प्रणय जोशी ने दी। उदयपुर स्थित एसदृएसदृ कॉलेज आफॅ इंजिनियरिंग पधारें एबीइएस इंजिनियरिंग कॉलेज के इं अंकित तायल नें उदयपुर के छात्र-छात्राओं व तकनीक से जुडे लोगों का मार्गदर्शन किया।
कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्जवल से की गई व अन्त में इंस्टीट्युशन अॅाफ इंजिनियर्स (इंडिया) उदयपुर चेप्टर के इं एम. के. माथुर व इं वाई. के. बोलिया ने ओपन सेशन के माध्यम से छात्र-छात्राओं से रूबरू हुए। कार्यक्रम में श्री माथुर ने बताया कि किस तरह सारा संसार तकनीक के बंधनों में बंध रहा है व इंजिनियरिंग के भविष्य पर चर्चा की। वक्ताओं को सुनने के लिये भारत वर्ष के १७ महाविद्यालयों से कुल २३२ छात्र-छात्राओं व शोधकर्ताओं ने भाग लिया।
कार्यक्रम के पहले सत्र में ही इं वाई. के. बोलिया के मार्गदर्शन में रिसर्च एन्टरप्रेन्योरशिप सेल शुरू करने की आवश्यकता जताई गई व आप द्वारा बताया कि किस प्रकार से सरकारी संस्थाएं डीदृएसदृटीदृ, डीदृआईदृटीदृ व मानव संसाधन विभाग द्वारा रिसर्च के क्षेत्र में छात्रवृतियां प्रदान की जाती है।
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में इं एम. के. माथुर ने अपने लैक्चर में मॉडलिंग तकनीकों पर विशेष चर्चा की। आपने बताया कि किस प्रकार से इलेक्ट्रीकल के क्षेत्र में नए विस्तार हो रहे है व समस्त विस्तारों को कम्प्युटर के माध्यम से जोडा जा रहा है। आपने सिम्युलेशन सॉफ्टवेयर के माध्यम से भी डेमोस्ट्रेशन दिया। एबीइएस इंजिनियरिंग कॉलेज के इं अंकित तायल द्वारा विभिन्न इलेक्ट्रीकल इंजिनियरिंग में अपने भाव साझा किये व छात्र-छात्राओं को तकनीक के कई गुर सिखाएं।
कार्यक्रम के विभागाध्यक्ष श्री पियुश शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापन देते कहा कि समय-समय पर इस प्रकार के शिक्षाविद्ों को उदयपुर बुलाकर इनके ज्ञान से छात्रों के जोडे जाने की आवश्यकता है। उन्होनें वर्तमान में इंजिनियरिंग के प्रारूप की भी समीक्षा की। कार्यक्रम में पधारें छात्र-छात्राओं के साथ विभाग से जुडे प्राध्यापकों में श्री लव शर्मा, श्री सचिन सैनी, श्री लव त्रिपाठी, श्री आशीष बोहरा, श्री दीपक सोमानी व श्री धीरज धाकड ने भी अपने विचार व्यक्त किये व कार्यक्रम की तकनीकी रूप से समीक्षा की।
अन्त में देश-विदेश के विभिन्न प्रातों से पधारें वक्ता व श्रोताओं ने कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए व भविष्य में पुनः एक होकर इस प्रकार के कार्यक्रम के आयोजन का विचार साझा करते हुए पुनः मिलने का संकल्प ले विदाई ली।
सादर प्रकाशनार्थ
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