दिव्यांगो की ’’१६वीं राष्ट्रीय पेरालिम्पिक स्वीमींग चैम्पियनशिप २०१६‘‘ नवम्बर अंत में उदयपुर में होगी आयोजित। पहली बार राजस्थान बनेगा ऐसे अनूठे आयोजन का मेजबान।
उदयपुर २६ सितम्बर २०१६, पेरालिम्पिक स्वीमींग फेडरेशन ऑफ इण्डिया (पी.एस.एफ.आई.) तथा पेरालिम्पिक कमेटी ऑफ इण्डिया (पी.सी.आई.) द्वार दिव्यांगों की राष्ट्रीय तैराकी प्रतियोगिता की मेजबानी इस वर्ष राजस्थान को दी गई है जो कि नवगठित ’’पेरालिम्पिक स्वीमींग सोसायटी ऑफ राजस्थान‘‘ उदयपुर के तत्वाधान में आयोजित होगी।
अध्यक्ष सूर्य प्रकाश सुहालका, आयोजन सचिव लीना शर्मा ने घ्घ्घ्घ्घ् नवम्बर २६ से ३०, २०१६ तक दिव्यांगो को समाज की मुख्यधारा से जोडने के पावन उद्देश्य से आयोजित होने वाली इस राष्ट्रीय स्पर्धा में देश भर से ४००-५०० दिव्यांग अपनी तैराकी कौशल का प्रदर्शन करेंगे जिनमें कुछ अंतर्राष्ट्रीय पदक विजेता खिलाडी जैसे कि अर्जुन अवार्ड से सम्मानित प्रशान्त कर्माकर, शरद गायकवाड, २०१६ ओलम्पिक प्रतिभागी सुरेश जाधव एवं अंतर्राष्ट्रीय पदक विजेता सत्येन्द्र सिंह (एम.पी.), विश्वास के.एस. (कर्नाटक), स्वप्निल पाटिल (हरियाणा) एवं शांस आलम शेख के साथ करीब ३०० पुरूष एवं १०० महिला खिलाडी शामिल होंगे। इन्हें सहयोग करने करीब १०० अधिकारी भी साथ आएंगे।
अध्यक्ष सूर्य प्रकाश सुहालका, आयोजन सचिव लीना शर्मा ने घ्घ्घ्घ्घ् यह प्रतियोगिता पश्चिमी राजस्थान के खुबसुरत शहर उदयपुर के महाराणा प्रताप खेलगांव स्थित अंतर्राष्ट्रीय स्तर के तरणताल में पी.सी.आई. के पेरा स्वीमींग टेक्नीकल कमेटी के चेयरमेन एवं पी.एस.एफ.आई. के टेक्नीकल डायरेक्टर डॉ. बी.के. दबास के निर्देशन में आयोजित की जाएगी। प्रतियोगिता में इन दिव्यांगों की हौसला अफजाई एवं पारितोषिक वितरण हेतु राजस्थान की मुख्यमंत्री, केबिनेट मंत्री, केन्द्रीय मंत्री एवं अन्य कई सेलिब्रीटीज का उदयपुर आना प्रस्तावित है। आयोजकों द्वारा कार्यक्रम में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को भी आमंत्रित कर उदयपुर बुलाने के प्रयास किए जा रहे है।
अध्यक्ष सूर्य प्रकाश सुहालका, आयोजन सचिव लीना शर्मा ने घ्घ्घ्घ्घ् दिव्यांगों में ईश्वरीय शक्ति निहित होती है। जैसा हम सभी जानते है कि ओलम्पिक में हमें दो ही पदक मिल पाये है जबकि पेराओलम्पिक एवं वर्ल्ड चेम्पियनशिप में भारत ने ४ से अधिक पदक जीते है एवं अन्य कई पदक बहुत कम फासले से चुक गये है।
भारतीय दिव्यांगों की प्रतिभा का लोहा विश्व स्तर पर सराहा गया है इसलिये इस आयोजन की भोजन, आवास, टेन्ट, आदि कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारिया विभिन्न आयोजन समिति की ओर से की जायेगी।
राष्ट्रीय स्तर की इस प्रतियोगिता हेतु राजस्थान राज्य क्रीडा परिषद् जयपुर एवं खेल विभाग राजस्थान सरकार, जिला पुलिस अधीक्षक, उदयपुर जिला कलक्टर, जिला प्रशासन, नगर निगम, नगर विकास प्रन्यास, जिला खेल संघ आदि संस्थाओं का सहयोग लिया जा रहा है।
प्रतियोगिता हेतु विभिन्न समितियों का गठन किया जा रहा है। तकनिकी कमेटी का गठन किया गया है जिसमें विक्रम सिंह चन्देल, पूर्व खेल अधिकारी, तकनिकी कमेटी के मुख्य संयोजक, अंतर्राष्ट्रीय तैराकी प्रशिक्षक दिलीप सिंह चौहान, सह-संयोजक, गजेन्द्र सिंह राठौड, खेल अधिकारी भीलवाडा, चन्द्रशेखर अमर तैराकी प्रशिक्षक, जयपुर, महेश पालीवाल, तैराकी प्रशिक्षक उदयपुर, हेमेन्द्र सिंह राणावत, तैराकी प्रशिक्षक, भीलवाडा व भक्ति शर्मा, अंतर्राष्ट्रीय तैराक को सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया है।
प्रतियोगिता में आने वाले विभिन्न राज्यों के खिलाडयों हेतु प्रतिदिन शाम को राजस्थानी कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक आयोजन किए जाएंगे एवं आयोजकों द्वारा उन्हें भ्रमण के दौरान उदयपुर की ऐतिहासिक धरोहरों से रूबरू करवाया जाएगा।
जिला खेल अधिकारी ललित सिंह झाला ने आयोजन के सफल संचालन हेतु विभिन्न व्यवस्थाओं का जायजा लिया एवं तकनीकी बिन्दु पेश किए। आयोजकों ने बताया कि खिलाडयों के लिए आवास, भोजन, आवागमन, टेंट, पारितोषिक आदि व्यवस्थाओं पर करीब ३० लाख रूपये खर्च होने का अनुमान है। साथ ही करीब १००-१५० स्थानीय वोलेंटियर्स का भी सहयोग रहेगा जिसके लिए शहर के कई भामाशाह एवं सामाजिक संस्थाओं का सहयोग रहेगा।
प्रेस वार्ता में पी.एस.एस.आर. उपाध्यक्ष प्रवीण रातलिया, कोषाध्यक्ष पुष्पेन्द्र जैन, उपसचिव पिंटू गहलोत एवं आयोजन समिति सदस्य श्रद्धा गट्टानी आदि भी मौजुद थे।
आयोजन अध्यक्ष सूर्य प्रकाश सुहालका, आयोजन सचिव लीना शर्मा ने उदयपुर वासियों से इस कार्यक्रम हेतु अपनी संपूर्ण सहभागिता के लिए अपील की एवं इसे ऐतिहासिक बनाने का निवेदन किया।
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