झमाझम बारिश ने रविवार को झीलों के शहर को कश्मीर सा बना दिया। अरावली की वादियों को अपने आगोश में लेकर उमड़ते-घुमड़ते बादलों ने सुबह रिमझिम व तेज बारिश में भिगोया तो शाम करीब ५ बजे ताबड़तोड़ बारिश का दौर चला। उसके बाद देर रात तक रिमझिम बारिश होती रही।
सुहाने मौसम ने शहर व आस-पास के रमणीक स्थलों को आबाद कर दिया। यहां बड़ी संख्या में शहरवासी पिकनिक मनाने पहुंचे। उन्होंने बारिश में भीगने का आनंद लेते हुए गर्मागर्म भुट्टे, पकौड़े, मालपुए-जलेबी सहित गर्म व्यंजनों का आनंद लिया। फतहसागर की पाल, दूध तलाई, पिछोला, बड़ी तालाब पर पहुंचे परिवारों व युवाओं की टोलियों ने मस्तीभरे माहौल में खुशनुमा मौसम का आनंद लिया।
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शाम की बारिश में अचानक बूंदों के ऐसे बाण चले कि जनजीवन ठहर गया। बारिश की मार से बचने के लिए जिसे जहां जगह मिली, दुबक गया। हालत यह हो गई कि रेनकोट पहने राहगीर भी भीग गए। बारिश ने शहर में छापामार रंग दिखाए। शाम को प्रतापनगर, भुवाणा क्षेत्र में जब झमाझम का दौर चल रहा था, सेक्टर-14 में आसमान से फुहारें गिर रहीं थीं। वहीं शहर में जब लोग कह रहे थे कि ‘पीट्ठो पड्योÓ तो हिरणमगरी में ‘नामके छांटाÓ का दौर चल रहा था। बारिश के वेग ने लोगों के चेहरों पर रौनक ला दी। जो भीग गए वे भी खुश हुए व जो नहीं भीगे उनके भी चेहरे इस बार की बारिश से खुशियों से भर गए। रात की मद्धम गति की बारिश ने कई घरों का मीनू बदल दिया।