उदयपुर। पिछोला झील का अमरकुंड, रंग सागर ,कुम्हारिया तालाब भाग सडांध भरा है। भारी मात्रा में कचरा , प्लास्टिक, बचा खुचा मांस ,ख़राब पनीर , आटा, फेंका जा रहा है। फतेहसागर में भी बम्बइया बाजार क्षेत्र तथा रानी रोड की तरफ कचरे व् गंदगी का विसर्जन है। झील में बड़ी संख्या में गाय भैंसे छिछले पानी में घूमती रहती है।
झील प्रेमी डॉ अनिल मेहता, तेज शंकर पालीवाल तथा नन्द किशोर शर्मा ने इस स्थिति को गंभीर बताया है।
झील प्रेमियो ने दोहराया कि जब तक आम नागरिक स्वयं स्वच्छता नहीं रखेंगे तथा हर झील के लिए पृथक् पृथक लेक पेट्रोलिंग टीम सतत निगरानी नहीं करेंगी, झीलों में कचरा गंदगी गिरना नियंत्रित नहीं होगा।
हम सभी को समझना होगा कि ये झीलें पेयजल स्त्रोत है तथा विषैली गंदगी से हम ही बीमारियों को भुगत रहे है।।
झील प्रेमियों ने नागरिकों को यह विनती करते हुए रविवार को झील स्वच्छता श्रमदान किया। श्रमदान में चंद्रशोभा पुरोहित, रामलाल गहलोत, अजय सोनी, ललित पुरोहित, रिद्येश, नितिन सोनी, तेज शंकर पालीवाल, नन्द किशोर शर्मा , डॉ अनिल मेहता सहित स्थानीय नागरिकों ने भाग लिया।
श्रमदान में झील से भारी मात्रा में जलीय खरपतवार निकाली गई तथा घाटों से मानव व् पशु मल को हटाया गया।