उदयपुर। सामान्य एकता मंच के पदाधिकारियों ने सोमवार को विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों से वार्त्ता कर मोहनलाल सुखाडया विश्वविद्यालय में प्रवेश सत्र २०१६-१७ में विभिन्न संकायों में सामान्य तथा ओबीसी श्रेणी के प्रतिभाशाली तथा कमजोर आर्थिक स्थिति छात्रों को प्रवेश को सुनिश्चित करने की मांग । विश्वविद्यालय की ओर से मंच की ओर से रखी मांग के संबंध में आगामी दिनों में समुचित कार्यवाहीं करने का आश्वासन दिया।
मंच के समन्वयक वैभव चाष्टा ने बताया कि सामान्य एकता मंच की ओर से गत बुधवार को इस आश्य से सुखाडिया विश्वविद्यालय के कुलपति को एक ज्ञापन सौंपा था। इस ज्ञापन में यह मांग है कि विभिन्न संकायों के सामान्य तथा ओबीसी श्रेणी के सभी प्रतिभाशाली छात्र जिनके ६० प्रतिशत से अधिक अंक ह। उनका प्रवेश निश्चित किया जाए। इसके लिए विश्वविद्यालय के विभिन्न संकायों में सिटों की संख्या में बढानी पडे तो भी बढाई जाए, लेकिन इन प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को प्रवेश निश्चित किया जाए।
मंच के समन्वयक वैभव चाष्टा ने बताया कि गत सत्र से टीएसपी क्षेत्र बांसवाडा, डुंगरपुर तथा प्रतापगढ जिलों में चल रहे मोहनलाल सुखाडया विश्वविद्यालय के महाविद्यालय को जनजाति विश्वविद्यालय में शामिल कर लिया गया है। जहां अनुसुचित जाति तथा जनजाति श्रेणी के विद्यार्थियों को विभिन्न प्रकार की रियायते तथा सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है। साथ ही शहर के महत्वपूर्ण भुपालनोब्लस महाविद्यालय के निजि विश्वविद्यालय बन गया है। जिसमें अध्ययन काफी महंगा है। ऐसे में सामान्य श्रेणी/ओबीसी तथा कमजोर आर्थिक स्थिति वाले विद्यार्थियों के हितों पर कुठाराघात हुआ है। सामान्य श्रेणी/ओबीसी के छात्रों के लिए अध्ययन कर पाना बहुत मुश्किल हो गया है।
सामान्य वर्ग के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों के हितों के लिए संघर्षरत सामान्य एकता मंच की ओर से कि गई मांग को पूरी नहीं करने पर आगामी दिनों में आमरण अनशन आंदोलन किया जाएगा। मंच के समन्वयक वैभव चाष्टा के नेतृत्व में प्रतिनिधि मण्डल में शम्भु प्रजापत, हिमांशु चतुर्वेदी, हेमेन्द्र सिंह तथा भूपेन्द्र सिंह सहित कई छात्र उपस्थित थे।