इसी दिन अपरान्ह हुई श्रीमद भागवत कथा में साध्वी प्राची दवी ने कहा कि ‘गोकुल की गलियों में जब श्री कृष्ण का बांसुरी वादन गूंजायमान होता था तो समस्त जीव मोहित हो जाते थे, और बंसी की मधुरता सुनकर श्री कृष्ण की और खिंचे चले जाते थे।‘
संस्थान अध्यक्ष प्रशान्त अग्रवाल ने रोगी बंधुओं को प्रेरित करते हुए कहा कि ये शरीर ईश्वर का बनाया मन्दिर है, अतः इसका पूजन करना चाहिए। विभन्न व्यसनों के प्रयोग से इसे दूषित व नष्ट नहीं करना चाहिए। ‘दिखा दे सांवरी सूरत तो तेरी मेहरबानी है।‘ भजन पर भक्त खूब झूमे। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण आस्था चैनल पर दोपहर 3 से सायं 6ः30 बजे तक किया गया। संचालन ओमपाल सीलन ने किया।