उदयपुर भारतीय लायनस परिसंघ द्वारा महाराणा भूपाल सार्वजनिक चिकित्सालय में आयोजित किये जा रहे 15 दिवसीय छाछ वितरण शिविर में जनता बेटी बचाओं-बेटी पढाओं विषयक प्रतियोगिता में उत्साह के साथ भाग ले रही है। इस प्रतियोगिता में उनके विचारों में बेटियों के प्रति दर्द झलक रहा है।
प्रतियोगिता में दूसरे दिन की विजेता रही अंजली यादव ने लिया कि बेटी को मत समझो भार, जीवन का यही है अधिकार। हर जन्म में हार जाओंगे, यदि बेटी को ना अपनाओगे। ना देना सोना-चंादी, ना हीरे जवाहरात,शिक्षा है अनमोल, बस देना यही जीवन की सौगात। इसके अलावा द्वितीय विजेता रहे भोलराम जाट ने लिखा कि अपने देश की मुख्य सीढी ही देश की नारी शक्ति है। अगर हम बेटी केा मजबूत नहीं बनाऐंगे, तो हमारा देश अवनति के गर्त में चला जाएगा। बेटी जितनी शिक्षित होगी ,उसका परिवार उतना ही सुदृढ होगा। कहा गया है कि यत्र नारी यन्तु पूज्यन्ते, तत्र रमणते देवताः।
परिसंघ की कार्यऋम संयोजिका प्रणिता तलेसरा ने बताया कि प्रतिदिन हॉस्पिटल में करीब 2000 गिलास शीतल छाछ तिमारदारों एवं आम जनता को गर्मी के इस मौसम में पिलायी जा रही है। इसमें मिलरोय जाने वाले शुद्ध मसालें परिसंघ की सदस्याएं अपने ही घर से तैयार कर लाती है, ताकि इसकी शुद्धता बनी रहें। इस अवसर पर आज के मुख्य अतिथि अलंकार ज्वलैर्स के मोहन माखिजा एवं समाज सेवी रेखा जैन ने विजेताओ को पुरूस्कृत किया। इस अवसर पर पारूल शाह, भावना पण्ड्या,अनिता चित्तौडा, अध्यक्ष रंजना मेहता, इन्दरसिंह मेहता, चेतना जानी, सुनीता सिंघवी, उम्मेदसिंह तलेसरा, सचिव नीरज गुप्ता, चंादमल कच्छावा सहित अनेक सदस्यों ने छाछ वितरण में सहयोग दिया।