उदयपुर हमें यदि आगे बढना है , प्राथमिक सुविधाओं एवं सरकार द्वारा संचालित समस्त योजनाओं का पूरा लाभ उठाना है तो हमे पढना होगा। शिक्षा सिर्फ रोजगार ही नही बल्कि सही-गलत की समझ भी देती है। सभी तालो या समस्याओं की एक चाबी है- शिक्षा, अतः हमें शिक्षीत होकर अपने बच्चों को भी नियमित विद्यालय भेजना है। उक्त विचार सराडा पंचायत समिती के प्रधान मोहन लाल खराडी ने गायत्री सेवा सस्थान द्वारा ग्राम पादराडा मे आयोजित महिला साक्षरता कार्यक्रम तारा अक्षर प्लस अन्तर्गत साक्षर हुई महिलाओ का मुख्य अतिथी के रूप मे सम्बोधित करते हुए व्यक्त किये।
कार्यक्रम की अध्यक्षता गायत्री सेवा संस्थान के संयुक्त निदेशक शैलेन्द्र पण्ड्या ने करते हुए बताया कि तारा अक्षर प्लस कार्यक्रम अन्तर्गत नावाचार प्रयोग करते हुए दिल्ली के डवलपमेन्ट अल्टरनेटिव संस्थान के सहयोग से ५६ दिनों का ऐसा कोर्स महिलाओ के सुविधानुसार समय पर उन्हे निशुःल्क करवाया जाता है जिससे जनहाति क्षेत्र की निरक्षर महिलाए न केवल अब हस्ताक्षर करना सिख गई है बल्कि अखबार पढना, जोड- बाकि करना एवं अपने परिवार के सदस्यो के नाम की लिख रही है। महिलाओ के आत्मविश्वास मे भी बढोतरी होने लगी है।
कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथी यूनिसेफ राजस्थान के सलाहकार रवि दयाल ने परियोजना अन्तर्गत प्रथम बैच मे साक्षर हुई ७२ महिलाओं को शुभकामनाएं देते हुए अन्य महिलाओं को सेन्टर पर नियमित आने की अपील की।
कार्यक्रम मे डवलपमेन्ट अल्टरनेटिव नई दिल्ली की प्रतिनीधि अमरता कुमारी ने संस्थान की विभिन्न गतिविधियो की जानकारी देते हुए ५६ दिन पुरे होने के पश््चात होने वाली गतिविधियों को बताया।
कार्यक्रम मे स्थानिय ग्राम पंचायत के संरपच कालुलाल मीणा ने गायत्री सेवा संस्थान का आभार व्यक्त करते हुए अपनी पंचायत की समस्त निरक्षर महिलाओं को कार्यक्रम से जोडने की अपिल की।
पुरे दिन चले कार्यक्रम मे जहा साक्षर हुई महिलाओं केा अतिथियो ने प्रमाण पत्र दिए, साथ ही महिलाओ ने अपने अनुभव साझा किये। कार्यक्रम मे चम्पा देवी,शान्ति देवी, प्यारी बाई सहीत कई महिलाओं ने अपनी बात कहते हुए आभार व्यक्त किये।
कार्यक्रम का संचालन तारा अक्षर प्लस कार्यक्रम समन्वयक प्रवीण कुमार पानेरी ने किया एवं धन्यावाद सुपरवाईजर रतन लाल मीणा ने दिया।