उदयपुर। सुखेर के सिद्धार्थ नगर की जैन कॉलोनी से परसो रात को पिटाई के बाद अपहरण कर ले गए देवेंद्र की हत्या प्रकाश के चचेरे भाई मनोहर ने की थी। यह खुलासा प्रकाश की गिरफ्तारी के बाद हुआ है। पूछताछ में प्रकाश ने बताया कि जब उसकी पत्नी पूनम और प्रेमी देवेंद्र को उदयपुर से अपहरण कर ले गए थे, तब गोगुंदा में डिवाइडर से टकराकर एक स्कोर्पियो पलट गई, जिसमें पूनम थी, वह घायल हो गई। दूसरी स्कोर्पियो में सभी लोग देवेंद्र को डालकर उदयपुर की तरफ निकले, तभी गोगुंदा के माधवपुरा गांव में मनोहर व उसके तीन साथियों ने देवेंद्र की जोरदार पिटाई की। उसके सिर में गंभीर चोट आई। बाद में देवेंद्र को सड़क पर डालकर स्कोर्पियो से उसे कुचल दिया, जिससे उसकी मौत हो गई और सभी लोग वहां से भाग गए। पुलिस के अनुसार कल ही प्रकाश को गिरफ्तार कर लिया गया, जिसे आज न्यायालय में पेश किया गया, जहां से पुलिस ने उसे दस के रिमांड पर लिया है। अन्य आरोपियों की तलाश में चार टीमें गठित की गई है, जिनमें से दो टीमें जालोर की तरफ आरोपियों की तलाश कर रही है, जबकि दूसरी दो टीमें गुजरात में आरोपियों के ठिकानों पर दबिश दे रही है। पुलिस ने अभी ये राज नहीं खोला है कि प्रकाश की गिरफ्तारी कहां से की गई है। इधर, पूनम ने पुलिस के समक्ष पीहर और ससुराल पक्ष में से किसी के भी साथ जाने से इनकार कर दिया है। इस पर पुलिस ने पूनम को नारी निकेतन भेज दिया है।
ऐसे हुआ देवेंद्र से अफेयर : आरोपी प्रकाश मुंबई में काम करता था और उसकी पत्नी पूनम उदयपुर में रहकर बीएसटीसी कोर्स कर रही थी। यहां हॉस्टल में पूनम की मुलाकात देवेद्र की पत्नी पूनी विश्नोई से हुई और दोनों के बीच संंबंध बन गए। इसकी जानकारी जब पूनी को हुई तो उसने पूनम के पति प्रकाश को फोन करके मुंबई से बुलाया और सारी जानकारी दी। इस पर प्रकाश पूनम को लेकर मुंंबई चला गया। इसी बीच पूनी गर्भवती होने के कारण मायके चली गई। ३१ मार्च को देवेंद्र महाराष्ट्र से पूनम को भगाकर उदयपुर ले आया। इस पर प्रकाश ने दोनों को खत्म करने का इरादा पक्का कर लिया और परिजनों और रिश्तेदारों के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया। देवेंद्र विश्नोई पूनासा-भीनमाल (जालौर) का रहने वाला था और पूनम जाजतों की ढाणी (जालोर) की रहने वाली है। ये देानों महाराष्ट्र से भागने के बाद पिछले एक माह से सुखेर में सिद्धार्थ नगर के जैन कॉलोन में गौरव पुत्र कमलकांत सक्सेना के मकान में किराये से रह रहे थे, जहां से परसो रात प्रकाश, उसके नाते-रिश्तेदारों ने दोनों का अपहरण किया था। बाद में देवेंद्र की गोगुंदा के माधवपुरा में हत्या कर दी थी। पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है।