उदयपुर। उदयपुर शहर में जीवंत विरासत के संरक्षण एवं संवर्द्धन के क्षेत्र में कार्य कर रही महाराणा मेवाड चेरिटेबल फाउण्डेशन उदयपुर ने विरासत संरक्षण की ओर एक और कदम बढाते हुए शहर की प्राचीन स्थित आहड महासतिया को पर्यटन एवं शोधार्थियों के लिए नया मुकाम बनाया है। आहड महासतिया पर शनिवार प्रातः ७ से ८.३० बजे तक हेरिटेज वॉक का आयोजन किया गया।
महाराणा मेवाड चेरिटेबल फाउण्डेशन के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी भूपेन्द्र सिंह आउवा ने बताया कि जीवंत विरासत को आगे बढाने के लिए महाराणा मेवाड चेरिटेबल फाउण्डेशन उदयपुर, नगर निगम उदयपुर, श्रीएकलिंगजी ट्रस्ट, श्री जैन श्वेताम्बर महासभा आयड तीर्थ तथा राजस्थान ट्यूरिम के तत्वावधान में आहड महासतिया पर शनिवार प्रातः हेरिटेज वॉक का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर वहां उपस्थित शोधार्थियों, गाइडों एवं इतिहासकारों को संपूर्ण आहड महासतिया की हेरिटेज वॉक करवाई गई। इसमें उपस्थित गाइड द्वारा पूर्व राजपरिवारों की छतरियों, गंगोद्वव कुण्ड, भक्तिमती मीरां मंदिर, जैन मंदिर, मठ के साथ ही महासतिया के सामने वर्षों पूर्व संचालित की जा रही पारंपरिक वाद्य यंत्रों की स्थानों के बारे में बताया गया। इस अवसर पर अनेकों छतरियोंको देख वहां मौजूद इतिहासकार एवं पर्यटक गद्गद् हो गए।
ये थे उपस्थित ः संजय व्यास, भार्गवी व्यास, रोशन मीणा, रमेश खतावकर, रश्मि खतावकर, अनीश, शुभम बडाला, अंतरा भाटी, शिवम शर्मा एवं सतवीर सिंह।
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