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पावापुरी तीर्थ मे नवपद ओली कल से

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21 Mar 18
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सिरोही।( महावीर जैन ) प्राचीन काल से चली आ रही नवपद ओली तप आराधना के तहत पावापुरी तीर्थ-जीव मैत्रीधाम मे भी चैत्र मास की ’’षाष्वती ओली तप २३ मार्च से आचार्य रविषेखरसरीष्वर महाराज की पावन निश्रा मे प्रारम्भ होगी । तप के पूर्व उतर पारणे २२ मार्च की षाम को होगें ओर आचार्य श्री का मंगल प्रवेष गुरूवार को दोपहर - २.३० बजे होगा।
पावापुरी तीर्थ के संस्थापक परिवार प्रमुख किषोर एच संघवी ने बताया कि इस वर्श यह ओली करवाने का लाभ मारोल निवासी खिमीबाई गोमचंद तातेड परिवार ने लिया। तातेड परिवार के प्रमुख नवलमल तातेड ने आज पावापुरी पहुंचकर आयोजन की तैयारियो का जायजा लिया ओर बताया कि इस तपस्या मे भाग लेने के लिए ६०० आराधको को स्वीकृति पत्र भेजा गया है ।
ओली मे नवपद की आराधना होगी ओर प्रतिदिन एक एक पद पर आचार्य श्री का प्रवचन होगा। नौ दिन तक तपस्या करने वाले आराधक लुखा (अलुणा) अर्थात बिना नमक मिर्च, मसाला तेल व घी का एक बार नीचे बैठकर भोजन यानि आंयबिल करेगें ओर गर्म पानी का ही उपयोग करेगें ।
पावापुरी तीर्थ के मेनेजिंग ट्रस्टी महावीर जैन ने बताया कि पुरे देष मे जैन धर्म मे इस तरह की तपस्या चैत्र मास मे ९ दिन तक होती है जिसमे लाखो श्रावक-श्राविकाएं यह तपस्या कर अपना जीवन निर्मल बनाते है ओर मेणा सुन्दरी के इतिहास से प्रेरणा लेने प्रयास करते है। जीरावला महातीर्थ मे भी इस बार १२०० से अधिक तपस्वी यह नवपद ओली आराधना आचार्य विष्व रत्नसागरसूरीजी की निश्रा मे करेगें जिसका लाभ सिरोडी निवासी श्रीमती गजीबाई रतनचंद हंसराज मुठलिया परिवार ने लिया है।
सभी तीर्थो में ओली २३ मार्च को प्रारम्भ होगी ओर ३१ मार्च को पुरी होगी ओर तपस्वियो का पारणा रविवार १ अप्रेल को बहुमान के साथ होगा ।




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