उदयपुर, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तैराकी में कई रिकॉर्ड बनाने वाली लेकसिटी की ख्यातनाम स्विमर मां-बेटी लीना शर्मा व भक्ति शर्मा ने एक बार फिर शहर का मान बढाया है। लीना और भक्ति के इंग्लिष चैनल पार करने के साहसिक कारनामे को लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड्स में दर्ज किया गया है। लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड्स के प्रमाण पत्र के अनुसार इंग्लिष चैनल पार कर दोनों ऐसा करने वाली दुनिया की पहली मां-बेटी बन गईं हैं। जलपरी के नाम से मषहूर भक्ति शर्मा की मां लीना शर्मा ने बताया कि गुरूवार को लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड्स की ओर से आधिकारिक रूप से भेजा गया प्रमाण-पत्र मिला तो घर-परिवार में खुषियां छा गईं और बधाई देने वालों का तांता लग गया। फोन पर भी देष-विदेष से बधाइयों का सिलसिला चला। उनका कहना था कि इंग्लिष चैनल पार करने का सपना उन्होंने अपने बचपन में देखा था लेकिन तब इसे परिस्थितिवष पूरा न कर सकीं। जब उनकी बिटिया भक्ति ने तैराकी में देष में नाम रोषन किया तो उन्होंने उसके लिए इंग्लिष चैनल का लक्ष्य तय किया। उसी के कहने पर वे खुद इग्लिष चैनल की रिले टीम का हिस्सा बनीं। भक्ति के पिता चंद्रषेखर शर्मा ने भी इस पूरे मिषन में उनका भरपूर उत्साहवर्धन किया। इंग्लिष चैनल के लिए पहले उदयपुर में कठिन अभ्यास किया व उसके बाद मुंबई में अरब सागर से गेटवे ऑफ इंडिया तक का 72 किलोमीटर लम्बा समुद्री रास्ता मात्र 18 घंटे में तय कर राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया जो अब भी कायम है।
लहरों को हौसलों से दी मात
लीना शर्मा ने बताया कि इंग्लिष चैनल इंग्लैण्ड से फ्रांस तक का 36 किलोमीटर का समुद्री सफर है मगर तैराकी के समय लहरों के उतार-चढाव के चलते आमतौर पर स्विमर को 45 किलोमीटर का समुद्री सफर तय करना पडता है। 13 जुलाई को 5 से 8 नॉटिकल माइल की गति से चलने वाली हवाओं के बीच उन्होंने इंग्लिष चैनल में तैरना शुरू किया तो अचानक हवा की गति 18 से 2॰ नॉटिकल माइल प्रति घंटा हो गई। लहरों व तेज हवाओं ने उनकी कठिन परीक्षा ली। खारे समुद्री पानी व बिगडी पर्यावरणीय परिस्थितियों में भक्ति और लीना शर्मा को तेज उल्टियां शुरू हो गईं। लगातार 9 घंटे स्विमिंग के बाद साथ चल रहे जहांज के पायलट एंडी किंग की सलाह पर उन्हें अपने प्रयास को वहीं विराम देना पडा। लीना शर्मा ने बताया कि लगातार स्वास्थ्य में गिरावट और विपरीत परिस्थितियों के बावजूद उन्होंने भक्ति के पिता चंद्रषेखर शर्मा की हौसलाफजाई के बाद एक और प्रयास करने की ठानी। आमतौर पर एक बार इंग्लिष चैनल में तैराकी करने के बाद कोई भी तैराकी दल दूसरा प्रयास 3॰ दिन बाद ही करता है मगर उन्होंने 10 दिन बाद ही दूसरा प्रयास किया व 23 जुलाई 2008 को यह विष्व रिकॉर्ड बनाने में सफल रहे। पहले वाले जहाज के तूफान में टूट जाने के बाद उन्होंने दूसरे जहाज व नए पायलट की मदद ली। इस बार उन्होंने विपरीत मौसम के बावजूद बारी-बारी से लगातार 18 घंटे तक तैराकी कर अपना मुकाम हासिल कर लिया।
जलपरी भक्ति शर्मा अपनी इस सफलता का श्रेय वे माता-पिता का देतीं हैं। उनके अथक परिश्रम से ही यह संभव हो सका है। गौरतलब है कि भक्ति शर्मा अब तक दुनिया के सभी 7 समंदर और पांच महासागरों में तैराकी कर ऐसा करने वाली दुनिया की सबसे छोटी तैराक का खिताब पा चुकी है। उन्होंने इंग्लिष चैनल के साथ ही हिन्द महासागर, अटलांटिक महसागर, आर्कटिक महसागर, प्रषांत महसागर, भूमध्य सागर, मैक्सिको की खाडी में तैराकी कर दुनिया में उदयपुर का नाम रोषन किया है।
अटलांटिक महासागर में सबसे कम उम्र में सबसे लंबी दूरी तय करने का रिकॉर्ड भी भक्ति के ही नाम है। भक्ति ने इसी वर्ष 1॰ जनवरी 2॰15 को यह उपलब्धि हासिल की थी। यह स्पर्धा वर्ल्ड आइस स्किइंग एसोसिएसषन व वार्ल्ड ओपन वाटर स्विमिंग एसोसिएषन से सर्टिफाइड है। भक्ति की मां लीना शर्मा के नाम भी कई रिकॉर्ड हैं। रिले टीम में इंग्लिष चैनल पार करने के साथ ही उन्होंने अरब सागर में 27 किलोमीटर स्पर्धा में राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया। हाल ही में कैल्विेनेटर ग्रट विमन ऑफ द इयर पुरस्कार से भी नवाजा गया।