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बिना हाथ वाले मांगीलाल ने कर दिखाया कमाल

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26 Apr 17
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राजसमन्द, नियति ने उसके साथ चाहे कितना कहर ढाया पर दृढ़ इच्छाशक्ति की बदौलत दोनों हाथों से वंचित इस शख्स ने ऎसा कुछ कर दिखाया है जो दोनों हाथ वाले भी अब तक नहीं कर पाए हैं। कुदरत ने भले ही हाथ छीन लिए लेकिन उसने हार नहीं मानी।

बात है राजस्थान के राजसमन्द जिले की बिनोल ग्राम पंचायत अन्तर्गत करणपुरिया गांव के रहने वाले मांगीलाल भील की, जिसने अपने बूते कमाल का ऎसा करिश्मा कर दिखाया है कि जो कोई उसके बारे में सुनता है, उसके अदम्य हौसले को देखकर आश्चर्य में डूब जाता है। ‘‘जहाँ चाह वहाँ राह’’ को चरितार्थ करने वाले बीपीएल परिवार के श्री मांगीलाल पिता लच्छुजी भील के दोनों हाथ नहीं हैं किन्तु स्वच्छ भारत मिशन(एसबीएम) की गतिविधियों में उन्होंने दिलचस्पी दिखाई और अपने घर में शौचालय बनवा दिया।

उनके यहां बरसों पहले बना हुआ शौचालय जीर्ण-शीर्ण होने की वजह से नाकारा हो चला था और ऎसे में शौच के लिए उन्हें गांव से बाहर दूर जाना पड़ता था। दोनों हाथ नहीं होने की वजह से दिक्कतें आती सो अलग।

एसबीएम ने जगाया ज़ज़्बा

बरसों से उनकी यह तमन्ना थी कि अपने घर में ही शौचालय बन जाए तो कई सारी झंझटें समाप्त हो जाएं। आर्थिक विपन्नता के कारण उसका यह स्वप्न बरसों से अधूरा ही पड़ा रहा।

कुछ माह पूर्व ग्राम सभा में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन में शौचालय बनने की जानकारी पाकर श्री मांगीलाल फूला नहीं समाया। उसे लगा कि प्रधानमंत्री का यह मिशन उसे तथा परिवार को खुले में शौच जाने की मजबूरी से मुक्ति दिला देगा।

गांव के दूसरे लोग अपने-अपने घरों में शौचालय बनाएं और उसका घर वंचित रह जाए। यह बात मांगीलाल को नागवार गुजरी। उसने तय कर लिया कि पैसा मिले या नहीं, वह अपने घर में शौचालय बनवा कर दिखा देगा कि मांगीलाल किसी मामले में औरों से पीछे नहीं है।

धुन के पक्के मांगीलाल ने अपने परिवार के सहयोग से घर में शौचालय बनवाना आरंभ किया और देखते ही देखते एक महीने में शौचालय निर्माण कर मांगीलाल ने पूरी ग्राम पंचायत के समक्ष अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत कर जता दिया कि जिनके हाथ से शौचालय निर्माण जैसी पारिवारिक आवश्यकता और प्रतिष्ठा के लिए पैसा नहीं छूट पाता, उनसे वह बिना हाथ वाला ज्यादा अच्छा है।

प्रेरणा की मिसाल बना मांगीलाल

अब मांगीलाल और उसका पूरा परिवार खुश है। उसकी देखा-देखी प्रेरणा पाकर गांव के दूसरे लोगों ने भी शौचालय बनाए और उनका उपयोग कर रहे हैं। मांगीलाल अब दूसरे लोगों को शौचालय बनवाने की प्रेरणा देने लगा है।

ग्रामीणों को वह खुले में शौच से होने वाले घातक परिणामों, गंदगी, सडान्ध और बीमारियों के बारे में भी बताता है और कहता है कि यह हम सभी का काम है कि गांव गंदगी से मुक्त रहे। इस योजना के लिए वह प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की जी भर कर तारीफ करते नहीं अघाता।

ग्राम पंचायत ने दिया सम्मान

ग्राम पंचायत की ओर से आयोजित कार्यक्रम में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री सी.आर. मीणा ने घर में शौचालय बनाने वाले श्री मांगीलाल भील को उपरणा ओढ़ाकर सम्मानित किया और सभी ग्रामीण प्रतिनिधियों के समक्ष उसकी तारीफ की और कहा कि जो काम हाथ वाले नहीं कर पाते, वह बिना हाथ वाले मांगीलाल ने कर दिखाया है जो कि स्वच्छ भारत मिशन के लिए प्रेरणा पुंज है।

ओडीएफ बनाने में दिलचस्पी बढ़ी

जिला कलक्टर श्रीमती अर्चना सिंह ने मांगीलाल के हौसले की तारीफ की है और कहा कि राजसमन्द जिले में स्वच्छ भारत मिशन की लोक जागरण गतिविधियों का अच्छा खासा असर सामने आ रहा है और अब घरों में शौचालय निर्माण की गतिविधियों के प्रति जन रुझान का ग्राफ निरन्तर बढ़ता जा रहा है। ग्रामीण चाहते हैं कि उनका अपना क्षेत्र जल्द से जल्द ओडीएफ घोषित हो, ताकि दूसरे इलाकों से पिछड़ा न रहे।
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