वन एवं पर्यावरण तथा युवा मामले एवं खेल मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने कहा है कि राज्य सरकार प्रदेश में पर्यटन स्थलों के विकास के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि देश की बड़ी युवा आबादी के सामने रोजगार की समस्या है। लेकिन पर्यटन के क्षेत्र मे रोजगार के अनेकों अवसरों के माध्यम से रोजगार देकर राहत प्रदान की जा सकती है।
वन एवं पर्यावरण मंत्री शुक्रवार को ऐतिहासिक कुम्भलगढ़ दुर्ग पर मुख्यमंत्री बजट घोषणा के तहत कुम्भलगढ वन्यजीव अभ्यारण्य में 45 लाख रूपए की लागत से निर्मित चक्रीय सफारी पथ के लोकार्पण अवसर पर आयोजित समारोह को मुख्य अतिथि पद से संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप की जन्म स्थली एवं ऐतिहासिक कुम्भलगढ किले को देखने देश&विदेश से बड़ी संख्या में पर्यटक आते है। उन्होंने कहा कि इस 12 किलोमीटर के पथ निर्माण से पर्यटकों की संख्या बढेगी और लोगों को रोजगार के अवसर सुलभ होने के साथ-साथ क्षेत्र में खुशहाली आएगी।
उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में ब्रॉडगेज का कार्य शीघ्र पूर्ण होगा। उन्होंने स्थानीय सांसद एवं जनप्रतिनिधियों से कहा कि वे कुम्भलगढ दुर्ग में पर्यटकों को विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध कराने तथा अरावली की पहाड़ियों की ओर आकर्षित करने के विभिन्न कार्यों के प्रस्ताव बनाकर लाए ताकि इस पर तत्काल आगे की कार्यवाही की जा सके। उन्होंने राज्य सरकार एवं केन्द्र सरकार द्वारा आम लोगो के लिये लागू विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का अधिकाधिक लाभ उठाने का आव्हान किया और कहा कि इनके लाभ से प्रदेश में गरीबी हटार्इ्र जा सकती है।
कुम्भलगढ वन्यजीव अभ्यारण्य को नेशनल पार्क घोषित करने के लिए केन्द्र सरकार को भेजे गए प्रस्ताव को ओर आगे बढाने की बात कहते हुए वन मंत्री ने कहा कि सेन्चूरी में पौधारोपण भी किया जा
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