माँ और तीन बेटे २४ साल बाद घोषित हुए खातेदार
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30 Jun 16
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राजसमन्द । राजस्व लोक अदालत अभियान न्याय आफ द्वार के तहत जिले की ग्राम पंचायतो में आयोजित हो रहे शिविरों में जहां विभिन्न न्यायालयों में लम्बित वादों का हाथोंहाथ समझाईश से निराकरण हो रहा है। अभियान के तहत आयोजित एक शिविर माँ और तीन बेटों के लिए अपार खुषी लेकर आया जब २४ साल के लम्बे इन्तजार के बाद हाथों हाथ नामान्तरण दर्ज कर खातेदार घोषित किया गया।
अभियान के तहत जिले की खमनोर पंचायत समिति के बडा भाणुजा ग्राम पंचायत में आयोजित शिविर में वादी चुन्नीलाल एवं दो अन्य भाई इन्द्रलाल एवं गणेशलाल ने माँ लालीबाई पत्नी चन्दा भील ने प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर शिविर प्रभारी एवं उपखण्ड अधिकारी इन्दाराम मेघवंषी से निवेदन किया कि वर्श १९९२ में १३ बीघा भूमि षोभा पिता मियाला भील के नाम से क्रय की गई थी उस समय अज्ञान एवं भूलवश नामान्तरण दर्ज नही करवा सके।
प्रार्थीगणों उनके पिता की मृत्यु वर्श २०१५ में हो चुकि है। इसलिए भूमि का इन्द्राज खातों में दर्ज करने का निवेदन किया। शिविर प्रभारी ने हाथों हाथ जमाबन्दी संवत् २०६९ से लेकर विभिन्न खातों की जांच मौके पर ही करवाई गई और नामान्तरण दर्ज कर आवष्यक कार्यवाही की तथा माँ और बेटों को खातेदार घोषित किया गया। प्रार्थीगणों ने राज्य सरकार का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि राजस्व लोक अदालत अभियान से उन्हें वर्शो पुरानी राहत आज हाथो हाथ मिली है।
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