नई दिल्ली | केंद्र सरकार ने राजस्थान के ऐतिहासिक नगर अजमेर में साइंस पार्क की स्थापना के लिये सैद्धान्तिक मंजूरी देते हुए हरसंभव मदद का भरोसा दिया है।
केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री डॉ महेश शर्मा ने राजस्थान के शिक्षा राज्य मंत्री प्रो वासुदेव देवनानी के आग्रह पर अजमेर के पंचशील क्षेत्र में प्रस्तावित साइंस पार्क के लिए अपनी सेद्धान्तिक स्वीकृति दी।
प्रो देवनानी ने डॉ शर्मा का आभार जताते हुए कहा कि साइंस पार्क विकसित होने से अर्वाचीन काल से शिक्षा का मुख्य केंद्र रहे अजमेर में विद्यार्थियो को विज्ञान से जुड़ी उपयोगी जानकारियां मिल सकेगी जो कि उनके व्यक्तित्व निर्माण में सहायक साबित होगी। साथ ही साइंस पार्क अजमेर आने वाले पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र भी बनेगा।
*श्री दयानंद सरस्वती संग्रहालय*
प्रो देवनानी ने डॉ शर्मा को अजमेर में आर्य समाज के प्रवर्तक श्री दयानंद सरस्वती से जुड़े ऐतिहासिक स्थलों के विकास और एक समृद्ध संग्रहालय बनाने के संबंध में भी चर्चा की और केंद्र से आर्थिक सहयोग दिलवाने के आग्रह किया।
*सिंधी भाषा विकास अकादमी*
प्रो देवनानी ने डॉ शर्मा से सिंधी भाषा के विकास और अकादमी के संबंध में भी समुचित सहयोग मांगा औए बताया कि भारत सरकार के मानव संसाधन मंत्रालय ने उन्हें केंद्रीय सिंधी भाषा विकास परिषद का सदस्य बनाया है। उन्होंने बताया कि राजस्थान में भी बड़े तादाद में सिंधी समुदाय के लोग रहते है जो कि उद्योग व्यवसाय के साथ साथ प्रदेश की तरक्की में भी अपनी भागीदारी निभा रहे है।
*पर्यटन विकास*
प्रो देवनानी ने डॉ शर्मा से अजमेर के पर्यटन विकास के लिए भी सहयोग मांगा और बताया कि अजमेर में प्रतिवर्ष देश विदेश से 50 लाख से भी अधिक पर्यटकों की आवाजाही रहती है। तीर्थराज पुष्कर और ख्वाजा साहेब की दरगाह की वजह से विश्व पर्यटन मानचित्र पर अजमेर का अपना अलग ही एक विशिष्ठ स्थान है। उन्होंने अजमेर को हवाई सेवाओ से जोड़ने सहित पर्यटन विकास के विभिन्न आयामों को मूर्तरूप देने के लिए और अधिक केंद्रीय मदद की जरूरत बताई। उन्होंने बताया कि अजमेर राज्य की 4 स्मार्ट सिटीज में भी शामिल है और यहाँ स्मार्ट सिटी अमृत और हेरिटेज की हदय योजना व केंद्र तथा राज्य की विभिन्न योजनाओं के तहत विकास के कई कार्य चलाये जा रहे है।
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