स्वामी विवेकानंद को कार्याजलि भी दीजिए : योगेंद्र
( Read 5567 Times)
13 Jan 18
Print This Page
नई दिल्ली । स्वामी विवेकानंद को सिर्फ श्रद्धांजलि नहीं, कार्याजलि भी देने की आवश्यकता है। विवेकानंद को नारों, छवियों और तस्वीरों में बांधने की बजाए उनके विचारों को आत्मसात करने के संदेश के साथ योगेंद्र यादव ने युवाओं को सांस्कृतिक आत्मविास पैदा करने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद 1860 के दशक में पैदा हुए तीन महान भारतीयों में हैं, जिन्होंने हमें संस्कृति और सभ्यता पर सहज तौर पर गर्व करना सिखाया। यादव दिल्ली विविद्यालय के सत्यकामा सभागार में यूथ फॉर स्वराज द्वारा आयोजित विवेकानंद यूथ समिट में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि विवेकानंद के अलावा टैगोर और गांधी ने भी भारतीयों में सांस्कृतिक आत्मविास का सृजन किया। उधर जेएनयू, जामिया मिलिया इस्लामिया आदि शैक्षणिक संस्थानों में पुष्पांजलि, परिर्चचा, कवि सम्मेलन, रक्तदान शिविर आदि कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश मंत्री भरत खटाना ने कहा कि अभी और कार्यक्रम 23 जनवरी तक चलेंगे और सोमवार को साउथ कैंपस के कार्यकर्ता एक शोभा यात्रा का भी आयोजन करेंगे। युवा दिवस के रूप में मनाई जाने वाली स्वामी विवेकानंद की जयंती के मौके पर राष्ट्रीय युवा आयोग गठित करने की मांग की गई है। युवा चेतना के संयोजक रोहित कुमार सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री को 60 प्रतिशत आबादी को ध्यान में रखकर इस आयोग को गठित करने की दिशा में काम करना चाहिये। साथ ही बेरोजगार युवाओं को रोजगार के लिए ऋण उपलब्ध कराने के लिए राष्ट्रीय युवा विकास परिषद का भी गठन किया जाना चाहिए। सिंह ने प्रधानमंत्री से बेरोजगारी भत्ता देने की भी मांग की है।
Source :
This Article/News is also avaliable in following categories :
National News