नई दिल्ली | कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने महात्मा गांधी की हत्या में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर कथित तौर पर आरोप लगाने संबंधी बयान पर खेद जताने से इन्कार कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें इस मामले में खेद जताकर मानहानि का मुकदमा समाप्त करने का सुझाव दिया था। राहुल के वकील कपिल सिब्बल ने सुझाव ठुकराते हुए कहा कि वे मुकदमे की मेरिट पर बहस को तैयार हैं। महाराष्ट्र के थाने जिले की भिवांडी अदालत में राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा लंबित है जिसमें आरएसएस कार्यकर्ता राजेश कुंटे ने राहुल पर आरोप लगाया है कि उन्होंने छह मार्च की एक चुनावी सभा में कहा था कि आरएसएस के लोगों ने गांधीजी की हत्या की थी। कुंटे ने राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दाखिल कर कहा है कि उनके इस बयान से संघ परिवार की छवि खराब हुई है। राहुल गांधी ने मानहानि का यह मुकदमा रद करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर रखी है। गत सात मई को सुप्रीम कोर्ट ने राहुल के खिलाफ निचली अदालत में लंबित मुकदमें की सुनवाई पर रोक लगा दी थी।