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जल स्वावलम्बन के पूर्ण कार्यो को पोर्टल पर करे ओन लाइन

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13 Jul 18
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कोटा| जिला कलक्टर गौरव गोयल ने कहा कि मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के पूर्ण हो चुके कार्यो का निरीक्षण कर पोर्टल पर ऑनलाइन कर शेष कार्यो को शीघ्रता से पूरा कराये।। जिला कलक्टर हाल ही में कलक्ट्रेट सभागार में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के कार्यो की समीक्षा करते हुये उपस्थित अधिकारियों को सम्बोधित कर रहे थे। जिला कलक्टर ने अभियान के कार्यो की गुणवत्ता की जांच हेतु थर्ड पार्टी निरीक्षण दल गठित कर उनकी जांच करवाने एवं शेष कार्यो को आपसी समन्वय से शीघ्रता से पूरा कराने के निर्देश दिये ।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के अन्तर्गत बनी सनरचनाये बरसात के समय सभी जल स्त्रौत जल संरक्षण के लिए उपयोगी साबित हो इसके लिए समय-समय पर निरीक्षण कर उसकी गुणवत्ता भी जांचते रहे। उन्होंने कहा कि द्वितीय चरण तक के सभी कार्यो को पूर्ण कर तृतीय चरण के प्रगतिरत कार्यो की निरंतर मॉनिटरिंग करें। । उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के चतुर्थ चरण के लिए सभी विभाग सर्वे की कार्यवाही अभी से शुरू करें एवं प्रस्तावित 68 गांवों के लिए प्लान तैयार करें।
पौधारोपण का बनेगा संयुक्त प्लान
जिला कलक्टर ने जिले में बरसात के समय पौधारोपण का संयुक्त प्लान बनाने के निर्देश दिये। वन महोत्सव के तहत सभी विभागों, स्वयंसेवी संस्थाओं की भागीदारी अधिक से अधिक पौधे लगाकर उनकी देखभाल के लिए जिम्मेदारी तय करने की बात कही। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत निर्मित जल स्त्रोतों, रोड किनारें एवं आमजन की भागीदारी से सिवायचक भूमि पर पौधारोपण का प्लान तैयार करें। उन्होंने विद्यालयों, राजकीय विभागों एवं किसानों के खेतों में फलदार पौधें लगाने के निर्देश दिये।
2508 कार्य पूर्ण
सीईओ जिला परिषद आरडी मीणा ने बताया कि मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तृतीय चरण में 2923 कार्य में से 2921 कार्य शुरू किये गये जिनमें से 2508 कार्य पूर्ण कर लिये गये हैं। उन्होंने बताया कि जिले में द्वितीय चरण में 2508 कार्य हाथ में लिये गये थे जिनमें से सभी कार्य पूर्ण किये जा चुके है। उन्हांेंने बताया कि चतुर्थ चरण के लिए जिले की 20 ग्राम पंचायतों के 68 गांवों का चयन किया गया है, जिनमे 1794 कार्य किया जाना प्रस्तावित है। संबंधित विभागांे द्वारा प्रस्तावित 1563 कार्यो के स्थानों का सर्वे पूर्ण कर लिया गया है।
इस अवसर पर एसीईओ जिला परिषद मुरारी लाल वर्मा, अधीक्षण अभियंता एसके वर्मा, एसीएफ दीपक शर्मा, अधिशाषी अभियंता सिंचाई आरके जैमनी सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
केमरों को लगाने की धीमी गति पर कलेक्टर खिन्न
जिला कलक्टर ने शहर की यातायात व्यवस्था एवं नगर क्षेत्र में दी जा रही सेवाओं की निगरानी हेतु बनाये जा रहे कमांड कंट्रोल सेंटर की प्रगति की समीक्षा की तथा शेष कैमरों को लगाये जाने की धीमी गति पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यातायात व्यवस्था के निगरानी हेतु स्पीड कैमरों लगाने के कार्य को शीघ्र पूरा करें। इससे नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों को घर बैठे चालान पहुंच सकेगा। उन्होंने कहा कि शहर में लगाये जाने वाले पोलों से सुंदरता प्रभावित नहीं हो तथा दुर्घटना का कारण नहीं बने।
उन्होंने कलक्ट्रेट में भी कमांड कंट्रोल की स्क्रीन लगाने के निर्देश दिये। एसीपी डीएम माथुर ने बताया कि जिले में 1632 ई मित्र केन्द्र संचालित है, जिनके माध्यम से आमजन को सेवाएं प्रदान की जा रही है। कमांड कंट्रोल सेंटर के लिए 380 कैमरें लगाये जा चुके है, शेष कैमरें शीघ्र लगाये जायेेंगे।
टाईगर की निगरानी कैमरों से
मुकंदरा अभ्यारण में छोडे गये टाईगर की निगरानी हेतु भी कैमरें लगाने का कार्य गति पर है। जिला कलक्टर ने टाईगर कॉरिडोर में लगाये जाने वाले पोल एवं सौरऊर्जा प्लेट व कैमरों की प्रगति की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण अभ्यारण में वन्य जीव की सुरक्षा एवं वन सम्पदा की निगरानी कैमरों के माध्यम से की जाएगी। इस कार्य को गति प्रदान करें। उन्होंने सौरऊर्जा आधारित कैमरों एवं इंटर कनेक्टीविटी के बारे में भी गुणवत्ता के साथ पूरा कराने के निर्देश दिये। अभ्यारण में 20 मीटर उंचे पोलों पर सौरऊर्जा आधारित उच्च गुणवत्ता के कैमरे लगाये जायेंगे।


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