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रिक्रिएटिंग में बढती जा रही है भागीदारी

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17 Nov 17
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कोटा। रिक्रीऐटिंग कोटा के तहत चलाये जा रह स्ट्रीट आर्ट फेस्टिवल में स्कूली विद्याार्थियों के संदेषों का दायरा लगातार बढता जा रहा है। अलग-अलग क्षेत्रों में राजस्थानी शैली में सामाजिक संदेष देते हुए चित्र अनायास ही राहगीरों का ध्यान आकर्षित कर रहे है। विद्यार्थियों के मनोभाव दिखाई देने के साथ दिवारों पर लुप्त होती परम्परागत चित्र शैली भी संजीव होने लगी है। जिला कलक्टर रोहित गुप्ता की पहल पर गुरूवार को बाधित बाल विकास केन्द्र की दिवार पर मॉ भारती तथा भारती टीटी कॉलेज के विद्यार्थियों के द्वारा चित्रकारी कर सामाजिक संदेषों के साथ दिवार को नया रूप प्रदान किया। कार्य पूर्ण होने पर महापौर महेष विजय ने बच्चों का उत्साह वर्धन कर चित्रकारी की प्रषंसा की। दोनों विद्यालयों के 120 विद्यार्थियों के द्वारा 4 दिन में दिवार पर चित्रकारी का कार्य पूर्ण किया गया है। चित्रकारी के कार्य में भारती टीटी कॉलेज की प्राचार्य श्रीमती सावित्री चौधरी तथा मॉ भारती टीटी कॉलेज से श्रीमती कामिनी के मार्गदर्शन में चित्रकारी का कार्य संपन्न किया गया।विद्यार्थियों ने चित्रकारी के माध्यम से सामाजिक संदेषों की श्रृंखला में पानी बचाने, बेटी बचाओ, स्वच्छ भारत, ग्रामीण परिवेश, पेड़ पौधो की रक्षा करने, मधपान के दुष्परिणाम, डेंगू से बचाव, भू्रण हत्या निषेध जैसे संदेषों को प्रदर्षित किया। राजस्थान री संस्कृति, एक कदम स्वच्छता की ओर, बालश्रम रोकने, वृक्षों में जान-इसका संरक्षण महान, हमारी संस्कृति-हमारी विरासत, यातायात के नियमों का पालन करने, रंगीलो राजस्थान, पेड़ हैं तो हम हैं, जय जवान जय किसान, स्कूल चलें हम, नारी सशक्तिकरण, राजस्थानी लोक नृत्य, बाल विवाह अभिशाप है, शिक्षा ही जीवन का आधार है, हमारी भारतीय संस्कृति, बिजली की बचत करने का संदेष दिया।

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