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’हेकाथॉन २.०‘ में देश की आईटी प्रतिभाओं का समागम

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18 Aug 17
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के डी अब्बासी
कोटा । राजस्थान में डिजिटल क्रांति के बढते कदमों को जन-जन तक पहुंचाने और नव प्रतिभाओं के नवाचारों से इसे अधिक समृद्ध बनाने की मंशा से दो-दिवसीय राजस्थान डिजिफेस्ट कोटा-२०१७ का उत्साही आगाज गुरूवार को कोटा के यूआईटी ऑडिटोरियम में हुआ। राजस्थान सरकार की इस नवोन्मेषी पहल से प्रदेश में हो रहे डिजिटल नवाचारों का भव्य प्रदर्शन हो रहा है, वहीं ’हेकाथॅान २.०‘ जैसी प्रतियोगिता से देश के कोने-कोने से आए मेधावी विद्यार्थियों की नव संकल्पनाओं को धरातल पर उतारने का मंच मिला है।
देश-विदेश में शिक्षा नगरी के रूप में खास पहचान बना चुके कोटा में पहली बार हो रहे आईटी प्रतिभाओं के इस महाकुंभ में देश के विभिन्न प्रान्तों से सूचना प्रौद्योगिकी, अभियांत्रिकी एवं अन्य तकनीकी विषयों के विद्यार्थी भाग ले रहे हैं और साथ ही विभिन्न विषय विशेषज्ञ तथा स्टार्ट अप से जुडी हस्तियां भी इस समारोह में नव प्रतिभाओं को प्रोत्साहन दे रही हैं।
राजस्थान के सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग के तत्वावधान में आयोजित डिजिफेस्ट की शुरूआत ’हेकाथॅान २.०‘ के साथ हुई, जिसमें लगभग ८०० कोडर्स एवं विद्यार्थी अपनी प्रतिभा और नवाचार का प्रदर्शन कर रहे हैं। यह प्रतियोगिता लगातार २४ घंटे चलेगी। संभागियों ने राज्य सरकार के इस कदम को डिजिटल क्षेत्र में प्रतिभाओं को प्रोत्साहन देने की ऐतिहासिक पहल बताया है।
’हैकाथॉन २.०‘ में देश भर के विभिन्न इंजीनियरिंग व तकनीकी संस्थानों के विद्यार्थी ऑनलाइन व ऑनस्पॉट रजिस्ट्रेशन के माध्यम से शामिल हुए हैं। ये प्रतिभागी भामाशाह योजना, ई-मित्र, इंटरनेट ऑफ थिंग, ब्लॉग चेन एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आदि विषयों पर एप्लीकेशन के माध्यम से नवाचार व उपयोगी सुझाव इस २४ घंटे की अवधि के दौरान प्रस्तुत कर रहे हैं। हैकाथॉन में शामिल विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत एप्लीकेशन की संकल्पना, उपयोगिता, डिजाइन एवं क्रियान्वयन संभाविता के आधार पर शीर्ष टीमों को चुना जाएगा एवं विशेषज्ञों द्वारा उनका साक्षात्कार लेने के पश्चात् विजेताओं का चयन कर उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा।
आईआईटी रूडकी से आए छात्र निर्मल की टीम राजस्थान में संचालित भामाशाह योजना को महिलाओं, खासकर ग्रामीण महिलाओं के लिए बहुउद्देशीय बनाने की दिशा में काम करना चाहत है। वह ऐसा मोबाइल एप बनाएंगे जिससे महिलाएं भामाशाह कार्ड को डेबिट कार्ड की तरह भी काम ले सकेंगी। निर्मल कहते हैं कि सरकार का यह प्रयास प्रतिभाओं को स्वर्णिम अवसर दे रहा ह।

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