धर्म साधना का उद्देश्य आत्म तत्व को जानना : डॉ. राजेंद्र मुनि
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28 Sep 16
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जोधपुर / नेहरूपार्क के पास महावीर भवन में प्रवचन देते हुए डॉ. राजेंद्र मुनि ने धर्म का सार आत्मा तत्व को बताते हुए कहा कि इसे जानने के लिए ही समस्त धार्मिक क्रियाएं बताई गई हैं। धर्म साधना का उद्देश्य एकमात्र आत्म तत्व को जानना है। साधक दिन-रात साधना करते हुए भी अगर आत्म तत्व से अनभिज्ञ है तो उसकी साधना असफल है। जिसने निज स्वरूप को नहीं जाना, वह पर स्वरूप में ही उलझकर अनंत संसार का भागीदार बनता है। उपाध्याय रमेश मुनि ने आगम ज्ञान के अंतर्गत गतियों की विवेचना की। साहित्यकार सुरेंद्र मुनि दीपेश मुनि ने धर्म भाव व्यक्त किए।
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