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भव्य रहा जिला स्तरीय समारोह, ग्रामीणों ने दिखाई भारी उत्साह

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10 Dec 16
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प्रभारी सचिव ने कहा कि प्रथम चरण के सफल परिणामों से प्रदेश में भू-जल में बढोतरी आई है। उन्होंनें कहा कि मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान की विदेश में भी इसकी तारीफ हुई है। उन्होंनें कहा कि नवीन तकनीकी उपयोग से इसकी प्रभावी मॉनेटरिंग की व्यवस्था की गई है एवं इन कार्यो की गुणवता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

इस रैली में प्रभारी सचिव के साथ ही सभी अधिकारी व ग्रामीणजन एवं महिलाएं शामिल हुई। जिले के प्रभारी सचिव ने जिला स्तरीय समारोह के संभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि यह हर्ष का विषय है कि द्वितीय चरण में देवीकोट गांव का चयन इस अभियान में हुआ है। उन्होंनें ग्रामीणों से आहवान् किया

जैसलमेर.मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान(ग्रामीण) के द्वितीय चरण का जिला स्तरीय समारोह देवीकोट पंचायत में सार्वजनिक नाडी निर्माण कार्य बारेली पर आयोजित हुआ। जिले के प्रभारी सचिव सुबीर कुमार, जिला कलक्टर मातादीन शर्मा, पुलिस अधीक्षक गौरव यादव, समाजसेवी जुगलकिशोर व्यास, ख्याला मठ के मंहत गोरखनाथ पुरी, हुसैन फकीर ने नाडी में भूमि पूजन व शिलान्यास पट्टिका का अनावरण कर द्वितीय चरण अभियान का विधिवत् आगाज किया। इस अवसर पर सरपंच देवीकोट शफीयत, समाजसेवी दिनेशपाल सिंह, मुख्यकार्यकारी अधिकारी नारायणंसह चारण, उपखंड अधिकारी फतेहगढ रणसिंह के साथ ही अच्छी संख्या में ग्रामीणजन एवं अधिकारी उपस्थित थे। अतिथियों ने नाडी में श्रमदान कर खुदाई की एवं आमजन को इस अभियान में श्रमदान से सहयोग देने संदेश दिया। इसके साथ ही पोकरण शहर, सांकडा ब्लॉक में मोडरडी, जैसलमेर ब्लॉक में कीता व भू में भी ब्लॉक स्तरीय समारोह आयोजित हुए जिसमें भी लोगों ने बढ-चढ कर भागीदारी दर्ज करवाई।
नाडी पर जल जागरूकता रैली का आयोजन हुआ जिसमें सजी-धजी हुई बालिकाएं सिर पर मंगल कलश धारण किए हुए सबसे आगे चल रही थी। इस रैली में प्रभारी सचिव के साथ ही सभी अधिकारी व ग्रामीणजन एवं महिलाएं शामिल हुई। जिले के प्रभारी सचिव ने जिला स्तरीय समारोह के संभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि यह हर्ष का विषय है कि द्वितीय चरण में देवीकोट गांव का चयन इस अभियान में हुआ है। उन्होंनें ग्रामीणों से आहवान् किया कि वे इस अभियान में मनोभाव से जुडकर जल महत्व के कार्य में अपनाअनुकरणीय सहयोग दें। उन्होंनें इस अभियान को जन शक्ति का अभियान बनाने पर जोर दिया। उन्होंनें कहा कि सैटेलाईट के माध्यम से क्षैत्र का चयन कर उसमें प्राचीन पेयजल स्त्रोतो का विशेष महत्व दिया गया है एवं यह नाडी वर्षाती जल संग्रहण मेंअग्रणीय बनें उसी अनुरूप खुदाई का कार्य करवाना है।
प्रभारी सचिव ने कहा कि प्रथम चरण के सफल परिणामों से प्रदेश में भू-जल में बढोतरी आई है। उन्होंनें कहा कि मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान की विदेश में भी इसकी तारीफ हुई है। उन्होंनें कहा कि नवीन तकनीकी उपयोग से इसकी प्रभावी मॉनेटरिंग की व्यवस्था की गई है एवं इन कार्यो की गुणवता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंनें आशा जताई कि जिस उत्साह से ग्रामीणों ने अभियान के शुभारम्भ में सहभागी दर्ज कराई उससे ऐसा लगता है कि लोग मन से इस अभियान में जुड रहें है।
जिला कलक्टर मातादीन शर्मा ने कहा कि जिले में मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान में वर्षाती जल संग्रहण के अच्छे कार्य हुए है। उन्होंनें द्वितीय चरण में भी इस अभियान को जन आंदोलन अभियान बनाने पर जोर दिया एवं कहा कि अभियान के अन्तर्गत नाडी, तालाबों की खुदाई होने से वर्षात का पानी बहुतायत मात्रा में संचित होगा जिससे भू-जल में बढोतरी होगी वहीं पशु बाहुल्य क्षेत्र में यह अभियान वरदान साबित होगा। उन्होंनें इस पुण्य कार्य में आमजन को अधिक से अधिक जुडनें, श्रमदान करने का आहवान् किया। उन्होंनें महिलाओं की अच्छी संख्या में भागीदारी होने पर इस अभियान को गति मिलने का विश्वास दिलाया।
समाजसेवी जुगलकिशोर व्यास ने मरूस्थलीय जैसलमेर में जल का बहुत बडा महत्व रहा है हमारे पूर्वजों का अधिकाशः समय पानी की व्यवस्था पर गुजर जाता था। उन्होंनें कहा कि सरकारी सेवाएं उपलब्ध होने से हम पानी की कीमत को भूल रहें है उसके परिणाम प्रतिकुल आ रहे है। उन्होंनें मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान से जुडकर जल के महत्व एवं प्राचीन जल स्त्रोतों के विकास पर विशेष ध्यान देने पर बल दिया। उन्होंनें कहा कि इस अभियान के परिणाम स्वरूप जिले में सैंकडों तालाब,नाडी, खडीन खुदाई का कार्य हुआ जो हमारे लिए जल के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता परिचायक बनेगा।
ख्याला मठ मंहत गोरखनाथ जी ने भी इस अभियान के सफल आयोजन का आर्शीवाद दिया एवं कहा कि हर व्यक्ति पावन जल के इस अभियान में अपनी आहुती दें।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी नारायणसिंह चारण ने द्वितीय चरण के जिला स्तरीय समारोह में ग्रामीणों द्वारा दिखाई गई उत्साह के प्रति आभार जताया एवं बताया कि द्वितीय चरण में जिले के ९ पंचायतों के १९ गांवों का चयन किया गया है जिसमें देवीकोट शामिल है। उन्होंनें बताया कि देवीकोट में इस अभियान के तहत ९३ लाख लागत के ११९ कार्य स्वीकृत किए गए है। मौलवी नूर मोहम्मद ने विश्वास दिलाया कि देवीकोट के ग्रामीणजन तन-मन एवं धन के साथ इस अभियान में सहयोग देग।
समारोह में अतिथियों का पूर्व सरपंच देवीकोट अमरसिंह, पूर्व सरपंच फतेहगढ चंगेजखां, मौलवी नूर मोहम्मद, सांगसिंह, सरपंच कुण्डा गोरधन सिंह, पारसमल जैन, श्रीमती धाई, हाजी अब्दुल्ला, खालक खां ने स्वागत किया। अन्त में विकास अधिकारी सुखराम विश्नोई ने अतिथियों का आभार जताया। इस अवसर पर फतेहगढ तहसीलदार तुलछाराम विश्नोई, जैसलमेर तहसीलदार वीरेन्द्रसिंह, अधीक्षण अभियंता गंगासिंह राठौड भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन विजय बल्लाणी एवं बराईदीन सांवरा ने किया।
नाडी पर ग्रामीण पुरूष-महिलाओं के साथ ही पुलिस कार्मिकों, वन कर्मियों ने भी श्रमदान कर नाडी खुदाई की वहीं देवीकोट के वाशिंदों ने नाडी खुदाई सहयोग के लिए ४ जेसीबी एव ७-८ टेक्टर लगाए जिससे भी खुदाई की गई।


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