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बाल संरक्षण एवं अधिकारों के लिए अधिकारी एवं संस्थाएं मानवीय भाव

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26 Sep 16
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जैसलमेर, राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती मनन चतुर्वेदी ने अधिकारियों को कहा कि वे बाल संरक्षण एवं उनकें अधिकारो के लिए मानवीय भाव रखतें हुए विशेष प्रयास कर उन्हें सुविधाओं का पूरा लाभ प्रदान करें। उन्होंने बाल संरक्षण एवं विमंदित बच्चों के संरक्षण के क्षेत्र में कार्य करने वाली संस्थाओं से आहवान् किया कि वे मंद बुद्वि एवं विशेष योग्यजन बच्चों के संरक्षण के क्षेत्र में उस भाव से कार्य करें जैसे वे अपने बच्चों का संरक्षण कर रहें है। उन्होंने कहा कि उनकी सेवा कभी भी निष्फल नहीं जा सकती इसलिए वे इस क्षेत्र में और अच्छे कार्य कर इस मानवीय संवेदना के सहभागी बनें।
आयोग की अध्यक्ष श्रीमती चतुर्वेदी सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागर में आयोजित जिला स्तरीय अधिकारियों एवं बाल संरक्षण से जुडी संस्थाओं की पदाधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए यह उद्गार व्यक्त किए। बैठक में जिला कलक्टर मातादीन शर्मा, जिला पुलिस अधीक्षक गौरव यादव, मुख्य कार्यकारी अधिकारी नारायणसिंह चारण, उपखंड अधिकारी संजयकुमार वासु, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष बृजमोहन रामदेव के साथ ही समिति सदस्य, किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य एवं बाल संरक्षण क्षेत्र में कार्य करने वाली संस्थाओं के पदाधिकारी उपस्थित थे।
तीज त्यौहार का माहौल दें बच्चों को
आयोग की अध्यक्ष श्रीमती चतुर्वेदी ने कहा कि किशोर गृह या अन्य विमंदित संस्थाओं में जो बालक-बालिका है उनकों रक्षाबंधन एवं तीज त्यौहार पर उत्सव के साथ उनकी भाई-बहन से राखी बंधवानें की रश्म करावें एवं उन्हें मिलावें वहीं बालिकाओं को तीज त्यौहार पर उनके हाथों में मेहन्दी लगावें व झूले लगाने की व्यवस्था कर उन्हें एक घरेलू माहौल का अहसास करावें। उन्होंने सम्प्रेषण गृह एवं विमंदित आवासीय विद्यालयों में बच्चों से नियमित रूप से राष्ट्र गान करानें पर भी जोर दिया।
बाल श्रम रोकने के पुख्ता प्रबंध करें
उन्होंने बाल श्रम की चर्चा करते हुए पुलिस, बाल कल्याण समिति, चाइल्ड लाईन से इस संबंध में की गई गतिविधियों का फीडबैक लिया एवं निर्देश दिए कि वे यह सुनिश्चित करें की किसी भी सूरत में बाल श्रम नहीं हो एवं जो संचालक बाल श्रम कराते है उनके खिलाफ पुलिस कठोर कार्यवाही करें। इसके साथ ही बाल श्रम से मुक्त कराएं गए बच्चों का फॉलोअप भी करने पर जोर दिया। उन्हने बाल श्रम रोकथाम के लिए वातावरण निर्माण करनें एवं इसके संबंध में कानूनी प्रावधानों की जानकारी भी प्रचारित करने पर बल दिया। उन्होंने सम्प्रेषण गृहों में अपचारित बच्चो कों कम से कम रखने एवं उन्हें समय पर न्याय दिलानें के लिए किशोर न्याय बोर्ड को कहा। उन्होंने बाल संरक्षण के क्षेत्र में कार्य करने वाली संस्थाओं की समस्याओं का फीडबैक लिया एवं उनसे लिखित में भी जानकारी ली।
संस्था की जांच कर अन्य को भूमि आवंटित करें
अध्यक्ष ने जिला कलक्टर को कहा कि यहां पर पूर्व में एक मूक बधिर संस्था को प्रशासन द्वारा ५ बीघा जमीन आवंटित की है उस पर भवन भी बना हुआ है लेकिन किए गए निरीक्षण एवं प्राप्त जानकारी के अनुसार यह संस्था लम्बे समय से बंद पडी है इसलिए इसकी जांच करके मंद बुद्वि बाल शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करने वाली संस्थाओं को इसकों आवंटित करने की सलाह दी। उन्होंने यहां पर बालिका व आश्रय गृह संचालित करने के लिए राज्य सरकार से आवश्यक कार्यवाही कराने का विश्वास दिलाया।
बालिका शिक्षा को द बढावा
उन्होंने बालिकाओं के बलात्कार के मामलों में पुलिस विभाग द्वारा त्वरित कार्यवाही संवेदन शीलता के साथ करने, बाल विवाह रोकथाम के लिए विशेष कार्य कर यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया कि किसी भी सुरत में बाल विवाह न हों इस बात का विशेष ध्यान रखा जावें। उन्होंने बालिकाओं को खुले आसमान में देखने के अधिकार को बनाएं रखने एवं बालिका शिक्षा को और अधिक बढावा देकर उनको और अधिक आत्मनिर्भर एवं मजबूत बनाने की बात कहीं। उन्होंने नशे की प्रवृति एवं अन्य सामाजिक कुरीतियां जैसे- नाता-प्रथा को भी समाप्त करने पर जोर दिया। उन्होंने बालिकाओ के उत्थान के लिए संचालित राज्य सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से उन्हें लाभान्वित करनें के निर्देश दिए।
स्कूलों में नैतिक शिक्षा दें बच्चों को
उन्होंने शिक्षा के अधिकार की चर्चा करते हुए सभी बच्चों को शिक्षा से जोडनें पर जोर दिया। अध्यक्ष ने विद्यालयो में नैतिक शिक्षा अर्जित करानें के साथ ही बाल सभाओं का आयोजन करानें, अभिभावको एवं शिक्षकों की बैठक आयोजित करानें पर भी जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे बाल संरक्षण एवं उनके अधिकारों के लिए टीम भावना से कार्य कर इस क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति अर्जित करनें पर जोर दिया।
अधिकारी गम्भीरता सें करें कार्य
जिला कलक्टर मातादीन शर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे मानवीय सेवा से जुडे क्षेत्र में गम्भीरता से कार्य करें एवं विमंदित बच्चों के पालन-पोषण एवं उनकों शिक्षा अर्जित करानें में संस्थाओं को सेवा भाव से कार्य करने की नसीहत दी। उन्होंने ऐसे बच्चों को मुख्य धारा से जोड कर परिवार का माहौल देने की सलाह दी। उन्होंने विश्वास दिलाया कि अध्यक्ष महोदय ने जो निर्देश प्रदान किए है उसकी पानला सुनिश्चित कराई जाएगी। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष बृजमोहन रामदेव ने समिति की गतिविधियों व बाल श्रम रोकथाम के संबंध में की गई गतिविधियों की जानकारी दी एवं समिति को परिवहन सुविधा मुहैया कराने की मांग की।
जिला पुलिस अधीक्षक यादव ने बाल संरक्षण के क्षेत्र में किए गए कार्यो की जानकारी प्रदान की। सहायक निदेशक हिम्मतसिंह कविया ने बैठक में बिन्दुवार एजेण्डे को रखा। बैठक में बाल संरक्षण ईकाई, किशोर न्यान अधिनियम, किशोरगृह, बाल कल्याण समिति,पुलिस,शिक्षा, चाइल्ड हेल्प लाईन, चिकित्सा, सामाजिक न्याय की बाल संरक्षण की गतिविधियों पर विस्तार से समीक्षा की गई।

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