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जैसाणा में गुजे भगवान महावीर के जयकारे

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29 Mar 18
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जैसाणा में गुजे भगवान महावीर के जयकारे जैन धर्म के २४वें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी के २६१७वें जन्म कल्याणक महोत्सव गुरुवार को हर्शोउल्लास से मनाया गया। प्रातः महावीर भवन से वषीमालाणी रत्न षिरोमणि उपाध्याय मनोज्ञसागर जी म.सा. व मुनि नयज्ञप्रभ सागर जी म.सा व स्थानकवासी समुदाय के श्रमणोपासक साधक भंवर मुनि की पावन निश्रा में जैन ट्रस्ट व सकल जैन श्रीसंघ जैन युवा मंडल व पार्ष्व महिला मंडल के तत्वावधान में भव्य वरघोडा निकाला गया। वरघोडे में भगवान महावीर की स्वर्ण जडत पालकी को भक्त लोग अपने कंधे पर उठाकर चल रहे थे। इन्द्र ध्वजा के आगे उॅठ व घोडो पर जैन धर्म का झंडा लिए जनज न तक भगवान महावीर के संदेषो व आदर्षों को लेकर गगन भेदी नारे लगा रहे थे। जैसलमेर नगर वासियों ने ही नहीं देषी व विदेषी पर्यटकों ने भी भगवान महावीर के जीवन की झांकियों के दर्षन किए। इन झांकियों में चंदन बाला, रता पार्ष्वनाथ, त्रिषाला माता के चौदह स्वप्न व सबसे आकर्षित ग्वाले द्वारा भगवान महावीर के कानों में कीलें ठोंकना व भगवान महावीर को चंड कोषिक द्वारा षर्पदंष, जैन साध्वी व एक सुसज्जित बघ्घी पर भगवान महावीर का परिवार वरघोडे की षोभा बढा रहा था। वरघोडे में मुनि भगवंतो के पीछे महिलाएं मंगल कलष लिए चल रही थी। उनके आगे भक्त नाचते गाते हुए भगवान महावीर के जयकारों से स्वर्णनगरी को गुंजायमान कर रहे थे। वरघोडा महावीर भवन से कोठारी पाडा, आसनी रोड, सालमसिंह की हवेली, गौपा चौक, सदर बाजार, गांधी चौक, महावीर मार्केट होते हुए जैन भवन पहचा मार्ग में जगह जगह जैसलमेर वासियों व श्रद्वालुओं ने भगवान महावीर के चित्र व पालकी पर पुश्प वर्शा की। कई जगहों पर महिलाओं ने भगवान के आगे चावल की गोहली की। इस अवसर पर धर्मसभा को संबोधित करते हुए उपाध्याय प्रवर मनोज्ञसागर जी म.सा. ने कहा कि भविश्य अहिंसा व साम्प्रदायिक सदभाव में निहित है। भगवान महावीर का जन्म संसार के कल्याण के लिए हुआ है। आज के समय में विष्व को अंहसा के अवतार भगवान महावीर के आदर्षो की जरुरत है। आत्म कल्याण के लिए जैन धर्म के सिद्वातों की पालना श्रैश्ठ है। उन्होने नषे व अमानवीय आचरण से दूर रहकर चरित्रवान बनने की बात कही। इस अवसर पर श्रमणोपासक साधक भंवर मुनि ने कहा कि मनुश्य जीवन अनमोल है कई जन्मों के सत्कारों के उपरांत अरिहंत कृपा से मनुश्य योनी प्राप्त होती है। इसलिए हमें यह जीवन महावीर के सिद्वांतो के प्रति समर्पित कर देना चाहिए। उपाध्याय मनोज्ञसागर ने महवीर जन्म कल्याणक महोत्सव के उपलक्ष में सकल श्रीसंघ से कहा कि रात्रि में ओहम रीम महावीराय नमः की प्रत्येक को एक माला फेरनी है। इस अवसर पर पार्ष्व महिला मंडल द्वारा जवाहिर चिकित्सालय में मरीजों को फल वितरित किए गए। डॉ. दामोदर खत्री के निर्देषन में जैन युवा मंडल जैसलमेर द्वारा रक्तदान षिविर का आयोजन किया गया। जिसमें अरिहंत जैन, राहुल जैन, अनिल राखेचा, नमन जैन, श्रैयांस जैन, अरविंद बुरड, कुलदीप जैन, प्रतीक जैन, दिनेष जैन, हर्शित राखेचा व भगवान महावीर के आदर्षों को मानते हुए गौरव व्यास ने भी अपना रक्तदान किया। इस अवसर पर सकल श्रीसंघ द्वारा स्वामीवात्सल्य का आयोजन किया गया। रात्रि को श्री पार्ष्व महिला मंडल द्वारा भक्ति भावना का कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। इस जन्म कल्याणक महोत्सव में जवाहिर चिकित्सालय के पी.एम.ओ श्रीमती उशा दुगड व डॉ. सुरेष दुगड व षहर कोतवाल किषनाराम, क्षैत्रीय सभा अध्यक्ष राजमल राखेचा, सहमंत्री नेमीचंद जैन, कोशाध्यक्ष षेरसिंह राखेचा, प्रचार मंत्री विरेन्द्र राखेचा, ट्रस्टी अर्जुनसिंह भंसाली, मनोजकुमार राखेचा, आनंदकुमार राखेचा व समाजसेवी गजेन्द्र चौरडया, सुमेरल जिंदानी, महेन्द्र राखेचा, मोहनलाल बरडया, पत्रकार महेन्द्र भाई बापना आदि कई गनमान्य लोग उपस्थित हुए। वरघोडे में यातायात व्यवस्था सुचारु रखने के लिए पुलिस प्रषासन का पूर्ण सहयोग रहा ट्रस्ट मंडल के कोशाध्यक्ष षेरसिंह राखेचा ने उनका हार्दिक आभार व्यक्त किया गया।

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