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गर्मी की ऋतु में पेयजल आपूर्ति का पुख्ता प्रबंध करावें - प्रभारी सचिव मिश्र

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21 Apr 15
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 गर्मी की ऋतु में पेयजल आपूर्ति का पुख्ता प्रबंध करावें - प्रभारी सचिव मिश्र जैसलमेर, जिले के प्रभारी सचिव एवं शासन सचिव श्रम एवं नियोजन रजत कुमार मिश्र ने जलदाय विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे तीन माह की गर्मी की ऋतु में जिले में पेयजल आपूर्ति का पुख्ता प्रबंध करके लोगों को समय पर पीने का पानी उपलब्ध कराना है। उन्होंने इस गर्मी की ऋतु में पेयजल विभाग के सभी नलकूपों को सुचारू रूप से संचालन करावें एवं जैसलमेर व पोकरण शहर में भी नहर से आ रहें पानी की आपूर्ति का भी पुख्ता प्रबंध कर सभी को पीने का पानी उपलब्ध कराने की व्यवस्था सुनि६चत करें। उन्होंने जलदाय विभाग के अधिकारियों को इस दौरान अधिक से अधिक फील्ड में भ्रमण करके यह सुनि६चत करने के निर्देश दिए कि जहां से भी पानी की समस्या हो वहां तत्काल पाईप लाईन या टैंकरों के माध्यम से पीने का पानी अव६य ही उपलब्ध करावें।
जिले के प्रभारी सचिव मिश्र ने सोमवार को कलैक्ट्रैट सभागार में आयोजित पेयजल, विधुत के साथ ही जिलाधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए यह निर्देश दिए। बैठक में जैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटी, जिला कलक्टर एन.एल. मीना, जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. राजीव पचार के साथ ही जिलाधिकारी उपस्थित थे। प्रभारी सचिव ने नहर विभाग के अभियंताओं से नहर क्लोजर की जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि 23 अप्रैल से 10 मई तक नहर क्लोजर प्रस्तावित है। प्रभारी सचिव ने नहर क्लोजर को ध्यान में रखते हुए जलदाय विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इस दौरान जलदाय विभाग की जितनी भी डिग्गियां है उनको पूरी क्षमता के साथ पानी से भरवाने की व्यवस्था कर दें ताकि इस समय में पीने के पानी की समस्या न रहें। उन्होंने नहर पोण्ड में संग्रहण किए गए पानी के क्लोरीनेशन एवं फिल्टर की भी पुख्ता व्यवस्था करान पर विशेष जोर दिया एंव समय-समय पर पानी के सैंपल की जांच कराने के भी निर्देश दिए ताकि लोगों को शुद्व पानी दिया जा सकें।
प्रभारी सचिव मिश्र ने गर्मी के दौरान टैंकरों से पेयजल आपूर्ति के लिए बनाई गई कार्ययोजना की चर्चा की एवं निर्देश दिए कि टैंकरों से पेयजल आपूर्ति कराएं एवं उसके सत्यापन की पुख्ता व्यवस्था की जाएं। उन्होंने जिला कलक्टर को कहा कि वे उपखण्ड अधिकारियों को निर्देश दे कि वे सप्ताह में गुरूवार या शुक्रवार को उपखण्ड स्तर की बैठक लेकर के क्षेत्र् के पेयजल, विधुत एवं अन्य व्यवस्थाओं की ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों से समीक्षा करके डीओ लेटर के साथ जिला कलक्टर को प्रस्तुत करेंगे। उन्होंने उपखंड अधिकारियों एवं तहसीलदारों को निर्देश दिए कि वे भी फील्ड का इस दौरान अधिक से अधिक भ्रमण करें एवं हर व्यवस्था पर पूरी नजर रखें। उन्होंने भ्रमण के दौरान गांव के सरपंच एवं अन्य मौजिज लोगों के साथ चौपाल करके क्षेत्र् की समस्याओं की पूरी जानकारी लेने के निर्देश दिए एवं समय रहते उसका निस्तारण भी करने पर जोर दिया।
प्रभारी सचिव ने जिला कलक्टर को कहा कि वे 20-25 अधिकारियों का कलस्टर बनाके उनको ग्राम पंचायतें आबंटित करके क्षेत्र् की पेयजल, विधुत, चिकित्सा एवं अन्य राजकीय व्यवस्थाओं की जानकारी के लिए फील्ड में भ्रमण के लिए भेजें एवं पूरे मॉनिटरिंग सिस्टम को इस प्रकार से विकसित करें कि पूरे जिले में अकाल प्रबंधन, पेयजल एवं विधुत का पुख्ता प्रबंध समय पर किया जा सकें। उन्होंने पटवारियों एवं ग्रामसेवकों को भी चैक लिस्ट बनाकर प्रेषित करें एवं प्रत्येक सोमवार से पूर्व उनसे फील्ड की पूरी जानकारी प्राप्त करने पर जोर दिया ताकि प्रशासन को हर गतिविधि की पूरी जानकारी समय रहते मिल सकें। उन्होंने सभी अधिकारियों को सूचना तंत्र् को मजबूत करके प्रत्येक समस्या की जानकारी सबसे पहले उनके पास पहुंचे ऐसी व्यवस्था करने पर विशेष जोर दिया।
प्रभारी सचिव ने कहा कि अकाल की स्थिति में पशुधन संरक्षण प्रबंधन सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है इसलिए सभी अधिकारी इसमें गंभीरता से कार्य करें। उन्होंने उपखंड अधिकारियों एवं तहसीलदारों को निर्देश दिए कि वे जिले में स्वीकृत किए गए पशु शविरों के लिए चारे का पुख्ता प्रबंध करावें वहीं गर्मी को देखते हुए छाया एवं पानी की भी समुचित व्यवस्था सुनि६चत करावें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे राहत विभाग के निर्देशों की अक्षरशः पालना करते हुए पशु शविरों के संचालन में पूरी पारदशर्ता बनाएं एवं एक बार शविर संचालकों, चारा डिपो संचालकों एवं गौशाला संचालकों के साथ बैठक करके उनको राहत विभाग के निर्देशों की पूरी जानकारी प्रदान करके उसी अनुरूप रिकॉर्ड के संधारण की कार्यवाहीं की जानकारी दें, बिलों को समय पर पेश करने, गुणवतापूर्वक चारे एवं दालें की व्यवस्था कराने की जानकारी दे दें ताकि वे समय पर सभी कार्यवाहीं करेंगे तो शविरों में किसी प्रकार की गडबडी नहीं होगी।
उन्होंने शविरों के रिकॉर्ड का प्रभावी मॉनिटरिंग करने के भी निर्देश दिए वहीं शविरों में चारे के ट्रको व पशुओं की विडियोग्राफी भी कराने पर जोर दिया। उन्होंने यह भी हिदायत दी कि किसी भी स्तर पर राहत प्रबंधन में लापरवाहीं नहीं बरते एवं पशुधन संरक्षण के कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए इसका सही ढंग से संचालन करावें। उन्होंने संयुक्त निदेशक पशुपालन को निर्देश दिए कि वे शविरों एवं गौशालाओं में पशओं के उपचार की समुचित व्यवस्था करवा दें। उन्होंने पशु शविरों के निरीक्षण की रोटेशन प्रणाली बनाके प्रत्येक पखवाडे में सभी शविरों का निरीक्षण अव६य हों।
प्रभारी सचिव ने बैठक में मिड-डे-मील व्यवस्था, विधुत आपूर्ति, चिकित्सा व्यवस्था एवं महानरेगा के बारे में भी विस्तार से चर्चा की एवं संबंधित विभाग के अधिकारियों को सभी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से करने के निर्देश दिए। उन्होंने पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे आंधियों के दौरान सडक पर रेत आने से यातायात बाधित न हो इसके लिए सडकों पर आई मिट्टी को तत्काल हटाने की कार्यवाहीं कर दें।
जैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटी ने भी जलदाय विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इस भीष्ण गर्मी में पेयजल आपूर्ति व्यवस्था पर विशेष ध्यान दे एवं समय पर लोगों को पीने का पानी उपलब्ध करावें। उन्होंने फतेहगढ क्षेत्र् में जहां अब कृषि लोड कम हो गया है वहां इस दौरान पेयजल आपूर्ति के लिए 10-12 घंटे विधुत आपूर्ति कराने की आव६यकता जताई ताकि इस क्षेत्र् में पीने के पानी की आपूर्ति सुचारू रूप से की जा सकें। उन्होंने टैंकरों की भी समुचित व्यवस्था करके प्रभावी ढंग से पेयजल परिवहन करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार से पानी का जो मापदंड निर्धारित किया गया है उसको यहां के पशुधन को देखते हुए बढाने का पूरा प्रयास किया जाएगा।
जिला कलक्टर एन.एल. मीना ने बताया कि जहां गर्मी के दौरान पानी की समस्या ज्यादा रहने की संभावना है ऐसे गांव एवं ढाणियों की सूची जलदाय विभाग से तैयार करवाके वहां पेयजल आपूर्ति का पूरा प्रबंध करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने उपखण्ड अधिकारियों को निर्देश दिए कि 90 दिवस के बाद जो पशु शविर स्वीकृत किए गए है उसका पूरा फण्ड राज्य सरकार द्वारा दिया जा रहा है इसलिए वे इन शविरों का रिकॉर्ड संधारण भी अलग से करवाएंगे एवं चारे के ट्रक को शविर में खाली कराने के समय आगे एवं पीछे की तरफ से पूरी विडियोग्राफी भी करवाएंगे। उन्होंने पाक्षिक रूप से सभी शविरों के निरीक्षण की व्यवस्था करके पशु शविरों का सत्यापन कराएंगे।
जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. राजीव पचार ने गर्मी के दौरान सीमा से सटे गांव एवं ढाणियों में पेयजल के लिए सीमा सुरक्षा बल का भी सहयोग लेने की आव६यकता जताईर्। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर भागीरथ शर्मा ने वर्तमान में स्वीकृत किए गए पशु शविरों एवं चारा डिपों की विस्तार से जानकारी दी। प्रभारी सचिव ने इन शविरों को शीघ्र चालू करने के निर्देश दिए। उन्होंने पूर्व में अकाल प्रबंधन के बिलों के भूगतान की भी विस्तार से जानकारी प्राप्त की।
बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी बलदेव सिंह उज्जवल, उपखंड अधिकारी जैसलमेर डॉ. जी.आर. वैष्णव, पोकरण नरेन्द्रपाल सिंह, फतेहगढ जयसिंह के साथ ही जिलास्तरीय अधिकारी उपस्थित थे एवं उन्होंने विभागीय गतिविधियों पर प्रकाश डाला।
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