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पीएम अब्बासी बोले, अफगानिस्तान में भारत की भूमिका है जीरो

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22 Sep 17
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अमेरिका के प्रेसीडेंट डोनाल्ड ट्रंप की ओर से अफगानिस्तान में शांति और स्थायित्व लाने में भारत से और सहयोग की मांग के बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने अहम बयान दिया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा है कि उन्हें अफगानिस्तान में भारत के लिए कोई राजनीतिक अथवा सैन्य भूमिका नजर नहीं आ रही है।
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प्रधानमंत्री ने यहां तक कहा कि भारत इस स्थिति को और जटिल बना देगा और इससे कोई हल नहीं निकलेगा। उनके मुताबिक भारत अगर आर्थिक सहयोग देना चाहते हैं तो यह उनका विशेषाधिकार है, लेकिन हम अफगानिस्तान में ना तो भारत की या किसी भी अन्य राजनीतिक अथवा सैन्य भूमिका को देख रहे हैं और न ही स्वीकार करते हैं।
गौरतलब है कि ट्रंप ने अफगानिस्तान और दक्षिण एशिया के लिए नई नीति की घोषणा करने के दौरान आतंकवादियों को सुरक्षित पनाहगाह उपलब्ध कराने के लिए पाकिस्तान की कड़ी आलोचना की थी। इसके साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारत से अफगानिस्तान को और फाइनेंशियल हेल्प देने और विकास में मदद की मांगी की थी।
अफगानिस्तान में भारत को निवेशक के तौर पर देखे जाने के प्रश्न पर उन्होंने कहा, यह उन पर निर्भर है। सभी देशों को एक दूसरे के साथ व्यापार करने, निवेश करने का हक है। इसलिए अगर वे ऐसा करना चाहते हैं तो कर सकते हैं भारत ने पहले भी अफगानिस्तान में निवेश किया है।
अब्बासी ने आतंकवादी संगठन हक्कानी नेटवर्क और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के बीच संबंध वाले प्रश्न को सिरे से खारिज कर दिया।
पाक प्रधानमंत्री ने कहा, 'हम किसी संगठन की किसी भी गतिविधि को पाकिस्तान के अंदर आतंकवादी खतरा पैदा करने अथवा अन्य देशों में इसे फैलाने की अनुमति नहीं देते हैं।
उन्होंने कहा कि किसी भी अन्य देश से ज्यादा पाकिस्तान चाहता है कि अफगानिस्तान में शांति हो।
अब्बासी ने कहा, यह धारणा कि हमारे देश में आतंकवादियों की पनाहगाहें हैं, यह सही नहीं है। हमने अपनी ही जमीन में दुश्मन को शिकस्त दी है। हमने पनाहगाहें नष्ट की है।
उन्होंने कहा, और आज अगर सीमा पार से हमले होते हैं तो वह अफगानिस्तान से पाकिस्तान में हमारे बलों पर हमले करने के लिए होते हैं।
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