बीजिंग। दक्षिण चीन सागर और भारत, म्यांमार जैसे देशों के साथ लगती अपनी सीमाओं पर सैन्य गतिविधियां बढ़ाने को लेकर ड्रैगन ने शनिवार को सफाई दी है। उसने कहा है कि उसके आसपास के समंदर और सीमाओं पर खतरा बढ़ता ही जा रहा है, जिस वजह से टकराव के हालात पैदा हो गए हैं। इसीलिए हाल के वर्षों में दुनिया की सबसे बड़ी उसकी सेना ने अपने अत्याधुनिकीकरण के लिए महत्वाकांक्षी कार्यक्रम शुरू किए हैं।
क्षेत्र में अपनी पकड़ कायम रखने के लिए चीन ने हाल के दिनों में अपने रक्षा खर्चों में काफी बढ़ोतरी की है। उसने कहा है कि मौजूदा हालातों में फिलहाल अपने साजोसामान को अत्याधुनिक करने की जरूरत है, ताकि अपनी रक्षा की जा सके। चीन की सेना के मुखपत्र के मुताबिक, दुनिया अप्रत्याशित बदलाव से गुजर रही है। हमारे देश के इर्द-गिर्द हालात बदतर होते जा रहे हैं। खतरे और चुनौतियां बढ़ रही हैं। दिनोंदिन टकराव के हालात बनते जा रहे हैं। अखबार कहता है, ‘समुद्री सुरक्षा का वातावरण बेहद जटिल हो चुका है और पूर्व व दक्षिण चीन सागरों में हालात ज्यादा बिगड़ते जा रहे हैं।’