जयपुर, पूर्व मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने गुर्जर नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला से दो दिन पहले उनकी मुलाकात होने के बारे में उच्च शिक्षा मंत्री श्री कालीचरण सर्राफ द्वारा दिये गये बयान पर कहा कि मुख्यमंत्री के इशारे पर लोगों का ध्यान बांटने के लिए यह बयान दिया गया है।
श्री गहलोत ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में एक कार्यक्रम मंे भाग लेने के बाद मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए आज कहा कि इस निकम्मी सरकार के काम-काज से सभी दुखी हैं। किसान दुखी, मजदूर दुखी, आम आदमी दुखी, विकास की सारी योजनाएं बंद कर दी गई और पानी के लिए त्राहि-त्राहि मची है। कोई सुनने वाला नहीं। इसलिए लोगों ध्यान बांटने के लिए यह बयान दिलवाया गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा मेरा निवास स्थान तो मुख्यमंत्री महोदय के एकदम सामने ही है। उनकी इंटेलीजेंस फिर क्या कर रही है? उन्होंने कहा कि मेरी मुलाकात कर्नल बैंसला से यहां नहीं हुई, वो मुझसे करौली के हिण्डौन में एक माह पहले मिलने आये थे जहां मैं एक शादी-समारोह में भाग लेने गया था। उनकी बाईपास सर्जरी हुई थी, मैंने उनके हालचाल पूछे।
श्री गहलोत ने कहा कि मैं उन लोगों में से हूं जो चाहते हैं कि प्रदेश में शांति-सद्भाव बना रहे। मैं उन लोगों की तरह नहीं हूं जो हमारे वक्त में जब आंदोलन चल रहे थे तब उनको भड़काये जा रहे थे।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हमेशा आग लगाना उनकी फितरत में हैं और कांग्रेस के लोग हमेशा आग बुझाने का काम करते आए हैं, इतिहास इसका गवाह है।
श्री गहलोत ने कहा कि मैं चाहूंगा कि वार्तालाप के जरिए समस्या का समाधान हो। किसी भी प्रकार की हिंसा की मैं निन्दा करता हूं। सरकार की तरफ से भी ऐसी कोई नौबत नहीं आनी चाहिए कि पिछली बार की तरह लाठीचार्ज हो या फायरिंग हो जाये।