गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि भारत शनिवार को एक बड़े भूकंप से तबाह हुए नेपाल की सहायता करने के लिए हर संभव प्रयास करेगा। सिंह ने संवाददाताओं को जानकारी देते हुए कहा, ‘‘नेपाल हमारा पड़ोसी है और उसके साथ हमारे सांस्कृतिक रिश्ते भी हैं। हम अपनी तरफ से हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं।’’ ‘‘हमने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में एक बैठक की और बहुत से फैसले किए ताकि हम नेपाल को ज्यादा से ज्यादा इमदाद मुहैया करा सकें।’’
गृह मंत्री ने कहा कि भारत ने नेपाल की मदद करने के लिए कई कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि मदद का यह सिलसिला पहले दिन से ही शुरू हो गया था। उन्होंने कहा, ‘‘तमाम मदद और सुविधाएं मुहैया कराने के लिए और तालमेल स्थापित करने के लिए एक टीम पहले ही वहां पहुंच चुकी है। उस पर भी फैसले किए गए हैं।’’ भारत के कुछ भागों में हालात का जिक्र करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार भूकंप से प्रभावित इन राज्यों की सरकारों के लगातार संपर्क में है। उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने प्रभावित राज्यों के सभी मुख्यमंत्रियों से बात की है और हमारी तरफ से जो भी संभव है, हम कर रहे हैं।’’
भारत ने भूकंप प्रभावित नेपाल में राहत एवं बचाव अभियानों को तेज कर दिया है। उसने वहां दो दर्जन से ज्यादा विमान एवं हेलीकॉप्टर के साथ लगभग 1000 प्रशिक्षित लोगों को तैनात किया है। भारत का कहना है कि नेपाल की स्थिति ‘‘बेहद गंभीर’’ है। वहां फंसे हुए यात्रियों को जल्दी निकालने के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं। इनके तहत विदेशियों को सदभावना वीजा दिया जाना और उन्हें सड़क के रास्ते लाने के लिए बसें एवं एंबुलेंस भेजना शामिल है। भारत ने अब तक 13 सैन्य विमान, एयर इंडिया और जेट एयरवेज के तीन नागरिक विमान, छह एमआई-17 हेलीकॉप्टर, दो एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर तैनात किए हैं जबकि दो अन्य एमआई-17 हेलीकॉप्टरों को तैयार रखा गया है।