त्रिविध उपासना का प्रतीक बना श्री कल्लाजी वेदपीठ
( Read 3848 Times)
21 Jun 18
Print This Page
निम्बाहेडा। मेवाड के प्रसिद्ध श्री शेषावतार कल्लाजी वेदपीठ के प्रति न केवल मेवाड वरन दूर दराज के क्षेत्रों में भी कल्याण भक्तों में गहरी आस्था है जिसके फलस्वरूप यहां प्रतिवर्ष लाखों लोग दर्शनार्थ आते है, वहीं कल्याण महाकुंभ के दौरान वेदपीठ त्रिविध उपासना का प्रतीक बन जाता है जिसके तहत इस वर्ष भी त्रयोदश कल्याण महाकुंभ से पूर्व विविध धार्मिक अनुष्ठान किये जा रहे है। वेदपीठ के प्रवक्ता ने बताया कि इसी श्रृंखला में सिंधी और सिख समाज द्वारा २२ से २४ जून तक ३ दिवसीय अखण्ड गुरूग्रंथ साहिब का पाठ किया जायेगा जिसके समापन पर कणहा प्रसाद वितरण होगा। उन्होनें बताया कि २५ जून को सकल जैन समाज की ओर से कल्याण महाकुंभ की भव्य सफलता की कामना के साथ सामुहिक नवकार मंत्रजाप किये जायेंगे वहीं वेदपीठ के आचार्यो, बटूको व कल्याण भक्तों द्वारा अनवरत् ओम नमो भगवते वासुदेवाय के जाप के साथ १२ करोड जाप के लक्ष्य पूर्ण करने के अलावा वेदिक मंत्रोच्चार से वेदपीठ परिसर गुंजायमान रहेगा। प्रवक्ता ने बताया कि २६ जून को कल्याण नगरी के समस्त १३५ देवालयों में वेदपीठ की ओर से महाकुंभ के आमंत्रण स्वरूप अक्षत, पुष्प, सुपारी भेंट कर दीप प्रज्जवलन के साथ समस्त देवताओं को महाकुंभ में भागीदारी का भावभरा आमंत्रण देकर संबंधित पुजारियों एवं भक्तों को भी आमंत्रित किया जायेगा। इसी कडी में २८ जून की संध्या वेला में महाकुंभ के नगर जागरण की भावना से विशाल वाहन रैली वेदपीठ से प्रारंभ होकर नगर के सभी गली मोहल्लों में होते हुए पुनः वेदपीठ परिसर में सम्पन्न होगी।
Source :
This Article/News is also avaliable in following categories :
Chittor News