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जीवन में गुस्से को जीतना सबसे बडी साधनाः आचार्य सुनीलसागरजी महाराज

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10 Sep 17
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उदयपुर, हुमड भवन में बिराजित आचार्यश्री सुनील सागरजी महाराज ने प्रातःकालीन चातुर्मासिक धर्मसभा में उपस्थित श्रावकों को जीवन से जुडी आम समस्याओं के बारे में उपदेश देते हुए कहा कि मन में कभी भी अशुभ भाव मत रखो, कभी भी किसी का अहंकार मत रखो। गुस्सा जीवन में अच्छे- अच्छे बने हुए काम भी बिगाड देता है, रिश्ते तोड देता है। जिसने गुस्से को जीत लिया समझो जीवन की बडी साधना पूरी हो गई। गुस्से से नुकसान ही नुकसान है फायदा कभी नहीं। जीवन में सुख और दुख तो आते रहते हैं। कोई यह समझे कि सिर्फ पैसों में ही सुख है तो यह उसकी गलत धारणा है। पैसा जीवन में जरूरी है लेकिन ज्यादा के पीछे भागने से परेशानियां ही बढती है। जितना ज्यादा पैसा तनाव भी उतना ही ज्यादा। जिसके पास पैसा है, सक्षम है उसे दीन- दुखियों की मदद भी करना चाहिये। अगर कोई कमजोर है, आपसे पैसा उधार भी लिया है, तय समय पर वह चुका नहीं पा रहा है तो उसे अपशब्द मत बोलो। यह सोचो कि उसकी मजबूरी है, अभी उसका समय खराब चल रहा है, जब आएंगे तब दे ही देगा। गरीबी में उसे सांत्वना दो, सहयोग करो ताकि उसकी हिम्मत बढे और वह आत्महत्या जैसा कदम भी नहीं उठाये।
आचार्यश्री ने कहा कि काम, क्रोध, लोभ, माया से हमेशा बच कर रहना चाहिये। किसी पर भी अपने विचार थोपने की कोशिश मत करो, हमेशा न्याय की बात करो, ना ही पक्षपात करो। हमेशा व्यक्ति की परेशानियां दूर करने की कोशिश करो ना कि परेशानियां या टेंशन उन्हें दो। दो-चार मच्छर भी व्यक्ति की नीन्द उडा देते हैं, पश्ेाान कर देते हैं तो व्यक्ति के दीमाग में 25 टेंशन होगी तो वह कैसे जीएगा। अच्छे व्यक्ति को यह बताने की जरूरत नहीं होती कि वह अच्छा है। उसके गुणों से, ज्ञान से अपने आप ही लोगों को पता चल जाता है। सत्य हमेशा सत्य ही होता है, सत्य के बचाने के लिए कभी झूठ नहीं बोलना पडता है, हां एक झूठ को साबित करने के लिए सौ झूठ जरूर बोलने पडते हैं। ऐसा काम ही *यों करना जिसमें बेईमानी हो और झूठ बोलना पडे। हमेशा अपने विचार अच्छे रखो, दूसरों से ईर्ष्या मत रखो। अगर पडौसी के घर में कोई समस्या है, परेशानी है तो उसे साथ में रह कर हल करने का प्रयत्न करो ना कि उसकी परेशानी देख कर खुश होकर यह कहो कि अच्छा हुआ ऐसा तो होना ही चाहिये था।

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