नई दिल्ली। दूरसंचार कंपनियों द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (एमएनपी) शुरू किए जाने के बाद देश के टेलीकॉम सेक्टर में अगला बड़ा बदलाव पूरे ग्राहकों को देश में मुफ्त रोमिंग की सुविधा दिए जाने का हो सकता है। एमएनपी से जहां ग्राहकों को एक राज्य को छोड़कर दूसरे राज्य में रहने पर भी अपना पुराना फोन नंबर बदलना नहीं पड़ेगा, वहीं फ्री रोमिंग उन्हें दूसरे टेलीकॉम सेक्टर में होने पर फ्री इनकमिंग और बिना किसी अतिरिक्त लागत के कॉल करने (आउट गोइंग) की सुविधा देगी।
इस साल दिसंबर से सेवाएं शुरू करने की तैयारी में जुटी मुकेश अंबानी की अगुवाई वाले रिलायंस समूह की टेलीकॉम कंपनी रिलायंस जिओ के बाजार में उतरने साथ ही टेलीकॉम सेक्टर के कदम फ्री रोमिंग की ओर बढ़ने की उम्मीद की जा रही है। माना जा रहा है कि रिलायंस जिओ के मैदान में उतरने के साथ ही देश के टेलीकॉम बाजार में काफी बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे, जो इस सेक्टर की दशा-दिशा को बदल कर रख देंगे। बाजार के बदले हुए समीकरणों के बीच कई छोटी टेलीकॉम कंपनियों के मैदान से बाहर हो जाने की आशंका भी जताई जा रही है। यही वजह है कि टेलीकॉम कंपनियां नंबर पोर्टेबिलिटी को लागू करने के बाद रिलायंस जिओ के आने और बड़े धमाके करने से पहले ही 4जी सेवा शुरू करने की कवायद में जोर-शोर से जुट गई हैं।
अब से पहले ग्राहकों के पास किसी एक ही राज्य या टेलीकॉम सर्किल में रहते हुए अपना फोन नंबर बदले बिना ही अपनी संचार सेवा प्रदाता कंपनी (टेलीकॉम ऑपरेटर) को बदलने की सुविधा थी। अब वह ऐसा दूसरे राज्य या टेलीकॉम सर्किल में भी कर सकेंगे। इसके लिए ग्राहकों को इच्छित टेलीकॉम कंपनी के स्टोर में जाना होगा या फिर संबंधित कंपनी की कस्टमर सेवा को कॉल करना होगा। ऐसा करके ग्राहक पुराने ऑपरेटर से लिए गए अपने फोन नंबर को बरकरार रखते हुए नई कंपनी की सेवाएं ले सकेंगे। राष्ट्रीय स्तर पर एमएनपी की ऐसी सुविधा शुरू करने के लिए पहले 2 मई 2015 की तारीख निर्धारित की गई थी। बाद में टेलीकॉम कंपनियों के आग्रह पर दूरसंचार विभाग ने इसे दो माह के लिए बढ़ा दिया था, जिसके बाद 3 जुलाई से इसे लागू कर दिया गया है।