नई दिल्ली । इलेक्ट्रिक-वाहनों को माल एवं सेवाकर (जीएसटी) की 12 प्रतिशत दर स्लैब में रखे जाने से इसके उभरते बाजार को नुकसान हो सकता है। इस उद्योग के लिए लोहिया आटो के सीईओ ने जीएसटी की दर 0 से 5 प्रतिशत के दायरे में रखने का सुझाव दिया है।कंपनी के सीईओ ए. लोहिया ने कहा, ‘‘इलेक्ट्रिक-वाहनों को 12 प्रतिशत जीएसटी दर में रखा जाना इस उद्योग के लिए नुकसानदायक हो सकता है। राजस्थान और उत्तराखंड जैसे राज्य पहले ही इन पर शून्य प्रतिशत का वैट लगाते हैं। ऐसे में 12 प्रतिशत की जीएसटी दर से ई-वाहनों की बिक्री पर नकारात्मक असर होगा और यह ग्राहकों पर बोझ बढ़ाएगा जिससे इसकी मांग प्रभावित होगी।’
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