पुराने गीतों की बात ही निराली है
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21 Nov 17
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नईं दिल्ली, पुराने गीतो की बात ही निराली है। उन गीतो को न केवल पुराने समय में लोग गुनगुनाते थे बल्कि आज की युवा पीढ़ी का एक वर्ग आज भी उन गीतो का दीवाना है। इसलिए नए गीतकार पुरानी गीतो में मामूली पेरबदल कर वर्तमान पीढ़ी के लिए नए फ्यूजन बना रहे है।उपरोत्त शब्द ग्लोबल कल्चर सोसायटी के महासचिव मुकेश गुप्ता ने दिल्ली के कांस्टीटाूशन क्लब के आयोजित एक कार्यांम के दौरान कहे।कार्यांम के दौरान उन्होने कहा कि सोसायटी संस्वृति का प्रचार-प्रसार करने वाले कलाकारो का दिल से सम्मान करती है। इसलिए लगातार 25वे वर्ष अपनी सिल्वर जुबली मनाते हुए आज भी बॉलीवुड के नामचीन कलाकारो को सम्मानित कर रही है। सोसायटी इसके अतिरित्त शिक्षा, स्वच्छता संबंधी अभियान चलाकर समाज को जागरूक करने का काम भी कर रही है।मालवंनकर हॉल में आयोजित हुए इस कार्यांम के दौरान गायको में अमित वुमार, विपिन सचदेवा, पामेला जैन, मुख्तार शाह, समृद्धि मल्होत्रा, अंकित पाठक को सम्मानित किया गया। इसके अतिरित्त जी टीवी के र्चचित शो लिटिल चैंप के छोटे भगवान उर्प जयेश शाह को एक्सीलेंस अवार्ड देकर प्रोत्साहित किया गया। इस दौरान गायको ने श्रोताओ की फरमायश पर मो. रफी, मुकेश, किशोर वुमार के नगमे गाकर माहौल को खुशनुमा बना दिया।
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