वसुंधरा राजे द्वारा माही मैया के वरदान से मिली प्रकृति की अनूठी सौगात को पर्यटन की दृष्टि से संवारने के लिए वर्ष 2018 के बजट में दी गई सौगात के तहत ‘हण्ड्रेड आईलेण्ड’ क्षेत्र विकास के लिए प्रस्ताव तैयार करने का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है।
जिला कलक्टर भगवतीप्रसाद ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार मुख्यमंत्री महोदया की बजट घोषणा के तहत 10 करोड़ की लागत से हण्ड्रेड आईलेण्ड क्षेत्र विकास के लिए प्रस्ताव तैयार कर भेजे जाने हैं, इसके लिए जिला पर्यटन उन्नयन समिति को प्रस्ताव तैयार करने के लिए निर्देशित किया गया है और गुरुवार से समिति सदस्यों ने तकनीकी कार्मिकों के साथ यह कार्य प्रारंभ कर दिया है। उन्होंने बताया कि आज पर्यटन समिति के संरक्षक जगमालसिंह, सदस्य कमलेश शर्मा व मुजफ्फर अली के निर्देशन में माही विभाग के दो जेईएन व तीन सर्वेयरों द्वारा माही डेम के सामने स्थित दोनों टापुओं पर सर्वे कार्य प्रारंभ किया गया है।
कंटूर सर्वे के आंकड़ों के आधार पर बनेगा विस्तृत प्लान:
कलक्टर भगवतीप्रसाद ने बताया कि पहले पहल आईलेण्ड्स की लंबाई-चौड़ाई, ऊॅंचाई इत्यादि के बारे में कंटूर सर्वे किया जा रहा है। इस सर्वे के आधार पर पर्यावरण वैज्ञानिकों, मृदा विज्ञानियों व कृषि वैज्ञानिकों के दल के माध्यम से टापुओं को हरा-भरा करने के लिए विस्तृत प्लान बनाया जाएगा। इसके लिए पर्यटन समिति सदस्यों द्वारा संबद्ध वैज्ञानिकों से संपर्क शुरू कर दिया है और बहुत जल्द एक विस्तृत प्लान बनाकर राज्य सरकार को प्रेषित किया जाएगा।
302 मीटर ऊॅंचा है टापू:
गुरुवार को सर्वे दल ने अपने उपकरणों के माध्यम से टापू के वर्तमान स्थिति के लिए चारों तरफ से लंबाई, चौड़ाई, ऊंचाई का विस्तृत सर्वेक्षण प्रारंभ किया है। माही विभाग के जेईएन लेखराम चौधरी व मयूर पाटीदार के नेतृत्व में सर्वेयर शंकरलाल, मयंक और मुकेश पाटीदार ने यहां का कंटूर सर्वे एवं साईट प्लान तैयार करना प्रारंभ किया है। इसमें आरंभिक जानकारी बताई है कि यहां माहीडेम के ठीक सामने स्थित बड़े टापू की ऊॅचाई समुद्रतल से 302 मीटर है। सर्वे दल का कार्य देर शाम तक जारी था।
आईलेण्ड फेस्टिवल के बाद मिली सौगात:
उल्लेखनीय है कि गत दिनों जिला प्रशासन की पहल पर बांसवाड़ा में पहली बार वृहद पैमाने पर आयोजित हुए अरथूना-माही महोत्सव के तहत आईलेण्ड फेस्टिवल के बाद राज्य सरकार ने आईलेण्ड्स के पर्यटन दृष्टि से विकास के लिए बजट घोषणा की थी। इसके तहत माही के बैकवाटर में मौजूद सैकड़ों टापुओं के विकास के लिए मुख्यमंत्री ने दस करोड़ रुपये का बजट प्रस्तावित किया है। मुख्यमंत्री ने अपने बजट भाषण में कहा था कि बांसवाड़ा को प्रकृति ने पर्याप्त प्राकृतिक सौंदर्य प्रदान किया है। इस क्षेत्र को पर्यटन मानचित्र पर उचित स्थान प्रदान करने के लिए माही बांध परिक्षेत्र में दस करोड़ रुपयों
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