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वरिष्ठ कवि हरीश आचार्य का हुआ सम्मान

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18 Feb 18
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वरिष्ठ कवि हरीश आचार्य का हुआ सम्मान बाँसवाड़ा, बज़्मे सूफी कल्चर द्वारा शनिवार रात को आर्ट रेस्टेरिया में वागड़ के वरिष्ठ कवि हरीश आचार्य के सम्मान में
समारोह आयोजित किया। समारोह की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार भूपेन्द्र उपाध्याय ‘तनिक’ ने कि जबकि विशिष्ट अतिथि डॉ. मधु उपाध्याय व महेन्द्र कुमार जोशी थे। संचालन बज़्मे सूफी कल्चर के संयोजक सिराज नूर चिश्ती ने किया जबकि आभार वसी सिद्दीकी ने माना। दिव्य प्रेम की अलख जगाएं . . . गोल्ड मेडलिस्ट संगीत शोधार्थी सुश्री रिया उपाध्याय ने कवि हरीश आचार्य के गीत ‘निष्काम कर्म के नगमें गाएं, दिव्य प्रेम की अलख जगाएं, श्रीकृष्ण जी के भी होंगे दर्शन ज़रा हम अर्जुन तो बन दिखाएं . . .’ गीत को संगीतबद्धकर गाया तो समूचा सभागार करतल ध्वनियों से गूंज उठा। पत्थर के खुदा, पत्थर के सनम महात्मा गांधी बीएड़ कॉलेज की संस्थाप्रधान डॉ. मधु उपाध्याय ने चलता जीवन, गाता जीवन . . . कविता के बाद पत्थर के खुदा, पत्थर के समन . . . गज़ल गायी तो खूद दाद पाई। इस अवसर पर शायर सईद रोशन, ज़हीर आतिश, सईद मंजर, एजाज़ अकल, सिकन्दर मामू, अब्दुल अनिस, तुषार सिंह वर्मा, सतीश आचार्य, वीरेन्द्र सिंह राव, कमलेश दोसी ‘कमल’, यशवंत पंड्या ‘चिंतक’, राजीव जोशी ‘बंटी’, कपिल वशिष्ट, महेश पंचाल ‘माही’, मीनाक्षी गर्ग, रौनक पुरोहित, साहिल खान, वैभव तिवारी, इसराइल बरकाती आदि ने विचार व्यक्त
किए। वरिष्ठ साहित्यकारों के जन्म दिन मनाएंगे गोष्ठी को संबोधित करते हुए बज़्मे सूफी कल्चर के संयोजक सिराज नूर चिश्ती ने कहा कि अब बांसवाड़ा के सभी साहित्यकारों का जन्मदिन संकलित कर समय-समय पर उनका जन्मदिन मनाएंगे व शुभकामनाएं प्रेषित करेंगे। सभी ने इस पहल का स्वागत किया। बज़्मे सूफी कलच्र की ओर से प्रयोगधर्मी कवि हरीश आचार्य का शॉल ओढाकर अभिनन्दन किया गया। शायर वसी सिद्दिकी ने अपनी रचना‘ . . . हिन्दुस्तान है गुरुजी’ भेंट की। गज़ल की ग़ज़ल, नज़्म गीत कवितादोहे सब है, मानो गालिक का दीवान है गुरुजी . . . पर खुद दाद पाई।
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